गुजरात के हिम्मतनगर में एक चौंकाने वाला बाल तस्करी मामला सामने आया है। बता दें सात वर्षीय बच्ची को उसके पिता ने कर्ज चुकाने के लिए राजस्थान के अलवर जिले के एक व्यक्ति को 4 लाख रुपये में बेच दिया। साबरकांठा के पुलिस अधीक्षक विजय पटेल ने बताया कि बच्ची के पिता पर 1.6 लाख रुपये के कर्ज का दबाव था।
गांधीनगर: गुजरात के हिम्मतनगर में एक चौंकाने वाला बाल तस्करी मामला सामने आया है। बता दें सात वर्षीय बच्ची को उसके पिता ने कर्ज चुकाने के लिए राजस्थान के अलवर जिले के एक व्यक्ति को 4 लाख रुपये में बेच दिया। हालांकि पुलिस ने बच्ची को अलवर से छुड़ाकर मेडिकल जांच के लिए भेज दिया है।
साबरकांठा के पुलिस अधीक्षक विजय पटेल ने बताया कि बच्ची के पिता पर 1.6 लाख रुपये के कर्ज का दबाव था। कर्ज दिलीप नाम के उनके भतीजे ने लिया था, जिसके लिए पिता गारंटर बने थे। दिलीप काम पर न जाकर फरार हो गया, जिससे कर्ज वसूलने वाले लगातार पिता पर दबाव डाल रहे थे। वहीं एक रिश्तेदार अर्जुन ने पिता को बच्ची को बेचने की सलाह दी। मां ने इसका कड़ा विरोध किया, लेकिन पिता मान गए। अर्जुन, शरीफा नट और श्रवण नट की मदद से बच्ची को अलवर के उम्मेदसिंह को सौंपा गया। समझौते में तय हुआ कि बच्ची के बड़े होने पर उसकी शादी उम्मेदसिंह के बेटे से की जाएगी।
पुलिस जांच में पता चला कि 4 लाख रुपये में से 1.6 लाख रुपये कर्ज चुकाने के लिए दिलीप को दिए गए। 30,000 रुपये अर्जुन को सौदा कराने के लिए, जबकि 20,000 रुपये लखपति नट को कार किराये के तौर पर दिए गए। बाकी 1.90 लाख रुपये पिता ने रख लिए। पुलिस ने अर्जुन नट, शरीफा, लखपति और श्रवण नट को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, बच्ची का पिता और उम्मेद सिंह अब भी फरार हैं।
बचाई गई बच्ची ने पुलिस को बताया कि उम्मेदसिंह के घर पर उससे सफाई, बर्तन धोने और अन्य घरेलू काम करवाए जाते थे। एसपी पटेल ने बताया कि पुलिस अब फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चला रही है। मामला परिवार और समाज को झकझोरने वाला है।
ये भी पढ़ें: आराम से खेल रहे थे दो भाई फिर हो गया कांड, परिवार को लगा गहरा धक्का