नई दिल्ली, जम्मू कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के साथ हुई हिंसा को बयां करती फिल्म द कश्मीर फाइल्स पर एक बार फिर किसी राजनेता की टिप्पणी सामने आई है. जहां इस बार कोई और नहीं बल्कि खुद जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ़्रेंस के प्रमुख फ़ारूक़ अब्दुल्लाह इस फिल्म की आलोचना करते नज़र […]
नई दिल्ली, जम्मू कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के साथ हुई हिंसा को बयां करती फिल्म द कश्मीर फाइल्स पर एक बार फिर किसी राजनेता की टिप्पणी सामने आई है. जहां इस बार कोई और नहीं बल्कि खुद जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ़्रेंस के प्रमुख फ़ारूक़ अब्दुल्लाह इस फिल्म की आलोचना करते नज़र आ रहे हैं.
जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला अब विवेक अग्निहोत्री की विवादित फिल्म द कश्मीर फाइल्स की आलोचना करते नज़र आ रहे हैं. हाल ही में फारूक अब्दुल्ला ने क़ानून व्यवस्था की स्थिति पर लेफ़्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा से मुलाक़ात की है. इस मुलाकात के बाद उन्होने एक प्रेस वार्ता में पत्रकारों से बात भी की. जिस दौरान उन्होंने विवेक अग्निहोत्री की विवादित फिल्म का ज़िक्र भी किया. इस फिल्म को लेकर उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के कई कोनों में मुसलमानों पर भी ज़ुल्म हो रहा है. लेकिन उनपर कोई फिल्म नहीं बनी. उनके शब्दों में, आपने जो फिल्म कश्मीर फ़ाइल्स बनवाई है, इसमें क्या ये सच है कि एक मुसलमान हिंदू को मारेगा, उसके बाद उसका ख़ून चावल में डालकर खाएगा? उसकी बीवी से कहेगा कि तुम ये खाओ. क्या ये हो सकता है? क्या मुसलमान इतने गिरे हुए हैं?
#WATCH We met LG Manoj Sinha to raise the issue of the law & order situation in J&K. During the meeting, I told him that the film 'The Kashmir Files' has given birth to hate in the country. Such things (films) should be banned: Dr Farooq Abdullah, National Conference pic.twitter.com/Z1BkoNijRO
— ANI (@ANI) May 16, 2022
फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने मीडिया से बातचीत करते हुए आगे कहा कि, यह फिल्म पूरी तरह से बेबुनियाद है जिसने देश में न सिर्फ नफरत पैदा की है, बल्कि देश के जवानों में भी नफरत के भाव आ गए हैं. वह सोचने को मजबूर है कि लोग उनके बारे में कैसी धारणा रखते हैं. अब्दुल्ला ने आगे कहा- हिंदुस्तान के कई कोनों में जो मुसलमानों पर ज़ुल्म हो रहे हैं, ये जुर्म हमारे बच्चों में भी नफरत की एक लहर पैदा कर रहे हैं. इस तरह की चीज़ों को बंद करना चाहिए. नफ़रत फैलाने वाली मीडिया को भी बंद करना चाहिए.
इस प्रेस वार्ता के अंत में उन्होंने हाल ही में बडगाम में हुई एक कश्मीरी पंडित की हत्या का भी ज़िक्र किया. पिछले दिनों उनके बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह की ओर से भी इस हत्या की कड़ी आलोचना की गई थी. साथ ही उमर अब्दुल्लाह ने सरकार पर सवाल भी उठाए थे.
यह भी पढ़ें :
नरेला: प्लास्टिक फैक्ट्री आग बुझाने का काम जारी, दमकल की 22 गाड़ियां मौके पर मौजूद
Horrific Road accident in Bahraich कारों की भिड़ंत में तीन की मौत,दो गंभीर