मध्य प्रदेश के सीहोर में टमाटर का उचित दाम न मिलने से परेशान किसानों ने टमाटरों को सड़क पर फेंक दिया.उनका कहना है कि एक तो हम पहले से ही मौसम की मार के चलते फसलों का नुकसान झेल चुके हैं और अब फसल का सही दाम न मिलने से परेशानी और भी बड़ गई है.
भोपालः सरकार चाहे कितने ही दावे कर ले लेकिन किसानों की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पहले से ही मौसम की मार झेल रहे किसान अब टमाटर का उचित दाम न मिलने से काफी परेशान हैं. बीजेपी शासित मध्य प्रदेश के सीहोर में टमाटर का उचित दाम न मिलने से परेशान किसानों ने टमाटर फेंक दिए. उनका कहना है कि हमें 100 क्रेट पर केवल 680 रुपये मिल रहे हैं जबकि इसका खर्च 3320 रुपये है.
कम भाव की वजह से किसानों को उनकी मेहनत की कमाई फसल सड़कों पर फेंकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. दरअसल, बुधनी तहसील के शाहगंज क्षेत्र में टमाटर का भारी मात्रा में उत्पादन होता है लेकिन उसके बाद भी टमाटर को कोई पूछने वाला नहीं है. किसानों का कहना है कि अगर कभी कोई खरीदार मिल भी जाता है तो वह इसका कम दाम देता है.
ऐसे में लाचार किसानों का उगाया टमाटर या तो खेतों में सड़ रहा है या सड़कों के किनारे फेंका जा रहा है. किसानों का कहना है कि पहले मौसम ने और उसके बाद बेमौसम गिरे ओलों ने हमारी फसलों को चौपट कर सारी मेहनत पर पानी फेर दिया था और अब मंडी तक में टमाटर का सही दाम नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में टमाटरों की क्रेट मंडी तक लेकर जाना भी हमें भारी पड़ रहा है.
Madhya Pradesh: Farmer in Sehore throws away tomatoes after he did not get fair and adequate price for the produce, says, 'i have earned only Rs 680 for 100 crates of tomatoes whereas the expense was Rs 3320. The situation is not good.' pic.twitter.com/3PJkccd6OS
— ANI (@ANI) April 13, 2018
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