कठुआ में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, कब होगा जम्मू कश्मीर आतंकवाद से मुक्त?

श्री नगर: जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के बानी इलाके में रविवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। पुलिस के अनुसार, आतंकियों की मौजूदगी की विशेष जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों और पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया। इस दौरान आतंकवादियों के साथ संपर्क होने पर दोनों ओर से गोलीबारी […]

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कठुआ में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, कब होगा जम्मू कश्मीर आतंकवाद से मुक्त?

Yashika Jandwani

  • September 15, 2024 9:48 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 months ago

श्री नगर: जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के बानी इलाके में रविवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। पुलिस के अनुसार, आतंकियों की मौजूदगी की विशेष जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों और पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया। इस दौरान आतंकवादियों के साथ संपर्क होने पर दोनों ओर से गोलीबारी हुई। इसके बाद इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और तलाशी अभियान जारी है।

कठुआ और चिनाब घाटी

सुरक्षा बलों ने बताया कि हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की गतिविधियों में बढ़ोतरी देखी गई है। कई मुठभेड़ों में आतंकवादियों के साथ उनके कमांडर भी मारे गए हैं, हालांकि इस दौरान सुरक्षा बलों के जवानों को भी हताहत होना पड़ा है। पुंछ और राजौरी जैसे सीमावर्ती जिलों में पहले से सक्रिय आतंकवादी अब जम्मू के अन्य क्षेत्रों में भी अपनी गतिविधियां फैला रहे हैं. इसमें उधमपुर, कठुआ और चिनाब घाटी भी शामिल हैं। ये इलाके कुछ समय पहले तक आतंकवाद से मुक्त माने जाते थे।

सुरक्षा बलों पर घात लगाकर हमले

पिछले कुछ समय में आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर घात लगाकर हमले किए हैं, जिनमें उन्होंने ग्रेनेड, कवच-भेदी गोलियों और एम4 असॉल्ट राइफलों का इस्तेमाल किया है। सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों द्वारा अत्याधुनिक हथियारों का उपयोग चिंता का विषय बन गया है, जो एक खतरों का संकेत है। इन घटनाओं के बाद सुरक्षा उपायों को और कड़ा करने की मांग उठाई जा रही है।

उग्रवाद में वृद्धि

विशेषज्ञों का मानना है कि पीर पंजाल क्षेत्र, जो कश्मीर घाटी और जम्मू को विभाजित करता है, वहां उग्रवाद में वृद्धि देखी गई है। उनका कहना है कि जम्मू क्षेत्र में बढ़ते आतंकवाद से निपटने के लिए एक व्यापक रणनीति की आवश्यकता है। इसमें खुफिया जानकारी इकट्ठा करना और सुरक्षा बलों के बीच बेहतर तालमेल बनाना बेहद महत्वपूर्ण है।

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