मणिपुर : बीएसएफ और कुकी उग्रवादियों में मुठभेड़, जवान शहीद

इंफाल : मणिपुर में पिछले एक महीने से कुकी और मैतई समुदाय में मुठभेड़ हो रही है जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग मारे गए है. इसी बीच काकचिंग जिले में कुकी उग्रवादियों और बीसीएफ के जवानों में मुठभेड़ हो गई जिसमें एक जवान शहीद और असम राइफल्स के 2 जवान घायल हो गए. जवानों […]

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मणिपुर : बीएसएफ और कुकी उग्रवादियों में मुठभेड़, जवान शहीद

Vivek Kumar Roy

  • June 6, 2023 4:33 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

इंफाल : मणिपुर में पिछले एक महीने से कुकी और मैतई समुदाय में मुठभेड़ हो रही है जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग मारे गए है. इसी बीच काकचिंग जिले में कुकी उग्रवादियों और बीसीएफ के जवानों में मुठभेड़ हो गई जिसमें एक जवान शहीद और असम राइफल्स के 2 जवान घायल हो गए. जवानों और उग्रवादियों के बीच गोलीबारी हुई. इसी बीच पुलिस कई उग्रवादियों को पकड़कर पूछताछ कर रही है.

हिंसा में लगभग 100 लोगों की मौत

पिछले एक महीने से प्रदेश में हिंसा चल रही है जिसमें लगभग 100 लोगों की मौत हो गई है और लगभग 300 से अधिक लोग घायल हो गए है. हिंसा से प्रभावित लोग राहत शिवरों में रह रहे है. प्रदेशभर में 272 राहत शिवर बनाए गए है और उसमें लगभग 40 हजार लोग रह रहे है. बता दें कि मणिपुर में लगभग 53 प्रतिशत आबादी मेइती समुदाय की है और ये मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते है. वहीं कुकी,नागा और आदिवासियों की आबादी लगभग 40 प्रतिशत है जो पर्वतीय जिलों में रहते है.

क्या है हिंसा का कारण

मणिपुर में हिंसा की मुख्य वजह दो कुकी और मैतई है. पूरे प्रदेश में मैतई समुदाय की आबादी सबसे अधिक है. इन दोनों समुदायों के बीच अपने हक के लिए टकराव होता रहता है. ये मामला तब और तूल पकड़ लिया जब हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि मैतई समुदाय को एसटी में शामिल किया जाए. इसी आदेश के बाद प्रदेश में दंगा भड़क गया. कुकी समुदाय के लोग मैतई समुदाय को एसटी में शामिल करने का विरोध कर रहे है. मैतई समुदाय 2012 से ही एसटी में शामिल होने के लिए आंदोलन कर रहा है.

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