मुंबई, उद्धव ठाकरे अब और भी ज़्यादा सियासी संकट से घिर चुके हैं. जहां गुवाहाटी के होटल रैडिसन ब्लू में कुछ और विधायकों की एंट्री हुई है. जानकारी के अनुसार विधायक संजय राठौर, दादा भुस और एमएसली अरविंद फाटक भी अब इन विधायकों में शामिल हो चुके हैं. बता दें, फाटक का नाम उन 2 […]
मुंबई, उद्धव ठाकरे अब और भी ज़्यादा सियासी संकट से घिर चुके हैं. जहां गुवाहाटी के होटल रैडिसन ब्लू में कुछ और विधायकों की एंट्री हुई है. जानकारी के अनुसार विधायक संजय राठौर, दादा भुस और एमएसली अरविंद फाटक भी अब इन विधायकों में शामिल हो चुके हैं. बता दें, फाटक का नाम उन 2 लोगों में शामिल हैं, जिन्हें सीएम उद्धव ठाकरे ने बागी विधायकों से बात करने सूरत भेजा था.
#WATCH महाराष्ट्र से शिवसेना के कुछ और विधायक गुवाहाटी होटल पहुंचे, जहां पार्टी के एकनाथ शिंदे और अन्य विधायक ठहरे हुए हैं। pic.twitter.com/o6bS7WKB7O
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 23, 2022
शिवसेना ने अब गुवाहाटी में एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर शक्ति प्रदर्शन कर रहे सभी बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की है. इस संबंध में अब शिवसेना ने डिप्टी स्पीकर को पत्र लिखा है. जहां इस पत्र में शिवसेना द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल न होने वाले विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की गई है. पार्टी की ओर से इस मामले में यह पहली चिट्ठी है जो डिप्टी स्पीकर को दी गई है. बता दें, गुरुवार सुबह एकनाथ शिंदे गुट के सभी बागी विधायकों ने भी शिवसेना को चिट्ठी जारी की थी.
असम के गुवाहाटी के एक होटल में डेरा जमाए शिवसेना के बागी विधायकों ने एक चिट्ठी जारी की है। इस चिट्ठी को एकनाथ शिंदे ने जारी किया है। चिट्ठी में शिवसेना शीर्ष नेतृत्व पर कई गंभीर आरोप लगाए गए है। उसमें लिखा गया है कि मुख्यमंत्री उद्धव का आवास वर्षा में सिर्फ एनसीपी और कांग्रेस के विधायकों का ही प्रवेश हो पाता था। बागी शिवसेना विधायकों के चिट्ठी में आगे लिखा है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कभी भी हमारी परेशानियों को नहीं सुना। हमें कभी उद्धव के दफ्तर जाने का सौभाग्य नहीं मिला। हिन्दुत्व और राम मंदिर हमेशा से ही शिवसेना का मुद्दा था, लेकिन पार्टी उससे पीछे जा रही थी। शिवसेना प्रमुख ने सिर्फ आदित्य ठाकरे को ही अयोध्या भेजा।
असम के गुवाहाटी में एकनाथ शिंदे बागी विधायकों के साथ शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच महाराष्ट्र सरकार मुश्किलें बढ़ गई हैं. जहां विधानसभा में एमवीएम (महाविकास अघाड़ी) गठबंधन की शिवसेना सरकार अपना समर्थन खोती दिखाई दे रही है. दूसरी ओर कांग्रेस और एनसीपी नेता उद्धव सरकार को अपना समर्थन दिखा रहे हैं. जहां वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस पूरे घटनाक्रम के लिए बीजेपी को जिम्मेदार बताया है वहीं अब NCP नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने भी उद्धव ठाकरे को अपना समर्थन जताया है. डिप्टी सीएम अजीत पवार ने मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “हम अंत तक उद्धव ठाकरे जी के साथ खड़े रहेंगे। हम मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर नजर रख रहे हैं.”
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