कानपुर: यूपी के कानपुर शहर के बजरिया, बेगमपुरवा और जाजमऊ सहित कई क्षेत्रों में ईद के अवसर पर बिना इजाजत के ईदगाह के बाहर सड़क पर नमाज पढ़ने के आरोप में तकरीबन 2,000 लोगों के खिलाफ 3 अलग अलग प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. यह सूचना पुलिस ने दी है. वहीं पुलिस के अनुसार इन […]
कानपुर: यूपी के कानपुर शहर के बजरिया, बेगमपुरवा और जाजमऊ सहित कई क्षेत्रों में ईद के अवसर पर बिना इजाजत के ईदगाह के बाहर सड़क पर नमाज पढ़ने के आरोप में तकरीबन 2,000 लोगों के खिलाफ 3 अलग अलग प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. यह सूचना पुलिस ने दी है. वहीं पुलिस के अनुसार इन मामलों में अभी किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है.
दरअसल ईद के मौके पर इन इलाकों पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए और नमाज पढ़ी थी. इस बीच तमाम लोग सड़कों पर नमाज पढ़ते हुए नजर आए थे, तभी किसी ने सड़क पर नमाज पढ़ रहे लोगों का वीडियो रिकॉर्ड किया. जिसके बाद इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी. इतना ही नहीं नाम न छापने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने बताया नमाज अदा करने वाले लोगों की पहचान वीडियो के आधार पर की जाएगी, जिसके बाद ही उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने जहां इस मामले में 2 हजार लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है तो वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पुलिस की कार्रवाई से नाराज हैं. वहीं बोर्ड के सदस्य मोहम्मद सुलेमान ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पुलिस द्वारा एक विशेष समुदाय के लोगों को ‘प्रताड़ित’ किया जा रहा है और पुलिस कार्रवाई से लगता है कि राष्ट्र सिर्फ एक धर्म का है.
इस मामले में उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोग ईद की नमाज के लिए देर से आए और ईदगाह परिसर के अंदर जगह ना मिलने पर उन्होंने सड़क पर नमाज पढ़ी. वहीं वरिष्ठ उपनिरीक्षक (एसएसआई) ओमवीर सिंह की शिकायत पर ईदगाह प्रबंधन समिति के सदस्यों सहित 1000-1500 अज्ञात लोगों के खिलाफ बजरिया थाने में पहली एफआईआर दर्ज की गई.
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