कोलकाता। पश्चिम बंगाल में राशन ‘घोटाले’ में फंसे नेताओं की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तारी की तो उनपर एक बार फिर हमला हो गया। पश्चिम बंगाल में ईडी अधिकारियों पर हमले से बढ़ा राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल में बनगांव नगर निकाय के पूर्व अध्यक्ष शंकर आद्या को शनिवार […]
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में राशन ‘घोटाले’ में फंसे नेताओं की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तारी की तो उनपर एक बार फिर हमला हो गया। पश्चिम बंगाल में ईडी अधिकारियों पर हमले से बढ़ा राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल में बनगांव नगर निकाय के पूर्व अध्यक्ष शंकर आद्या को शनिवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने बताया उत्तर 24 परगना जिले के तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता शंकर को एजेंसी ने उनके और उनके परिवार के सदस्यों से जुड़ी संपत्तियों पर रेड के बाद बनगांव के सिमुलटोला में उनके घर से गिरफ्तार किया।
बताया जा रहा है कि TMC नेता की गिरफ्तारी के बाद अधिकारी जब शंकर को ले जाने लगे तो कथित तौर पर शंकर के समर्थकों ने उनका रास्ता रोकने की कोशिश की और अधिकारियों के वाहनों पर पथराव भी किया। ईडी अधिकारियों के साथ मौजूद सीआरपीएफ जवानों को हालात पर काबू पाने के लिए भीड़ पर लाठीचार्ज करना पड़ा। बता दें कि जवानों ने स्थिति को नियंत्रित किया। वहीं इससे पहले शुक्रवार को राशन घोटाने के मामले में पूछताछ करने गई ईडी टीम पर हमला हुआ था।
बताया गया कि उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में कल ईडी की टीम पर हुए हमले में पहली एफआईआर टीएमसी नेता शाहजहान शेख के केयरटेकर ने नजात पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई। इसमें कहा गया कि ईडी के अधिकारी बिना किसी सर्च वॉरंट या नोटिस के दरवाजा तोड़कर घर में घुसे थे। दूसरी एफआईआर नजात पुलिस स्टेशन ने मीडियाकर्मियों तथा सरकारी कर्मचारियों पर हमला करने के लिए अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ खुद संज्ञान लेते हुए दर्ज की। वहीं तीसरी एफआईआर ईडी ने शेख शाहजहान के खिलाफ दर्ज की है।