पटना। बिहार के नीतीश सरकार के उद्योग मंत्री समीर महासेठ के ठिकानों पर जांच एजेंसियों ने छापेमारी की है। मंत्री के पटना सहित शहरों के अन्य कई ठिकानों पर एजेंसियों ने छापेमारी की है। वित्तीय अनियमितता के कारण हुई कारवाई बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश समीर महासेठ के कई ठिकानों पर जांच एजेंसियों द्वारा छापेमारी […]
पटना। बिहार के नीतीश सरकार के उद्योग मंत्री समीर महासेठ के ठिकानों पर जांच एजेंसियों ने छापेमारी की है। मंत्री के पटना सहित शहरों के अन्य कई ठिकानों पर एजेंसियों ने छापेमारी की है।
बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश समीर महासेठ के कई ठिकानों पर जांच एजेंसियों द्वारा छापेमारी की गई है। गुरुवार यानी आज सुबह ही उनके ठिकानों पर छापेमारी हुई। अभी यह पता नहीं चल सका है कि छापेमारी किन वजहों से हुई है। लेकिन ऐसा माना जा रहा है वित्तीय अनियमितताओं की वजह से उद्योग मंत्री जांच एजेंसियों की रडार पर आए हैं। समीर महासेठ का काफी पुराना व्यवसायिक इतिहास रहा है, जिसके वित्तीय लेनदेन से जुड़े मामले में अनियमितता के चलते इस कारवाई को बताया जा रहा है।
बता दें कि समीर महासेठ 2020 विधानसभा चुनाव में राजद प्रत्याशी के रूप में लगातार दूसरी बार मधुबनी से चुनाव जीते थे। पूर्व मंत्री राजुकमार महासेठ के पुत्र समीर महासेठ को उस समय मंत्री बनाया गया था जब साल 2022 में नीतीश कुमार से नाता तोड़ कर राजद और अन्य दलों के साथ मिलकर महागठबंधन की सरकार बनाई थी। 16 अगस्त से वो उद्योग विभाग के मंत्री बने थे।
समीर महासेठ का सूबे की राजधानी पटना में पुराना व्यवसाय है। वो वैश्य समाज से आते हैं। ये भाजपा प्रत्याशी सुमन महासेठ को हरा कर मधुबनी विधानसभा में जीत हासिल की थी। ये मंत्रीमंडल के एकमात्र वैश्य चेहरे हैं जिनको मौका देकर राजद इस समाज में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है।