नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध खनन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में हरियाणा के कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार तथा पूर्व इनेलो विधायक दिलबाग सिंह के घरों पर तलाशी अभियान चलाया है। इस दौरान दिलबाग सिंह के ठिकानों से बड़ी मात्रा में अवैध चीजें बरामद हुई हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनके घर से […]
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध खनन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में हरियाणा के कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार तथा पूर्व इनेलो विधायक दिलबाग सिंह के घरों पर तलाशी अभियान चलाया है। इस दौरान दिलबाग सिंह के ठिकानों से बड़ी मात्रा में अवैध चीजें बरामद हुई हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनके घर से बड़ी मात्रा में अवैध फॉरेन मेड आर्म्स, 300 कार्टन में अवैध सामान, 100 से ज्यादा शराब की बोतलें, 5 करोड़ रुपये कैश तथा लगभग चार से पांच किलो बुलियन बरामद किया गया है।
बता दें कि बड़ी मात्रा में संपत्ति के दस्तावेज भी दिलबाग सिंह के ठिकानों से मिले हैं।
बता दें कि बुलियन सोने और चांदी के विशुद्ध टुकड़े को कहा जाता है, जिसे आधिकारिक तौर पर लगभग 99.5 प्रतिशत शुद्ध माना जाता है। यह सिल्लियां बार के रूप में होती हैं। ये नियम अनुसार केंद्रीय बैंकों द्वारा भंडार में रखा जाता है या संस्थागत निवेशकों द्वारा उनके पोर्टफोलियो पर मुद्रास्फीति के प्रभाव से बचाव के लिए इस्तेमाल किया जाता है। करीब 20 प्रतिशत खनन सोना दुनिया भर में केंद्रीय बैंकों के पास है। इनको घर पर रखना पूरी तरह से अवैध माना जाता है। बता दें कि केंद्रीय बैंक धन जुटाने में मदद करने के लिए सोने को उनके बुलियन रिजर्व से करीब एक प्रतिशत की दर से बुलियन बैंकों को उधार देता है।
दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) हरियाणा के यमुनानगर जिले में कथित अवैध खनन से जुड़े हुए मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है। इसी को लेकर राज्य के कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के ठिकानों पर गुरुवार को तलाशी अभियान चलाया गया था।
ईडी के अधिकारियों ने बताया कि ये पूरा मामला इलीगल माइनिंग से जुड़ा हुआ है। मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के मुताबिक, यमुनानगर, सोनीपत, मोहाली, फरीदाबाद, चंडीगढ़ और करनाल में दोनों नेताओं और उनसे जुड़े 20 ठिकानों पर तलाशी ली गई। मनी लॉन्ड्रिंग का ये मामला पिछले दिनों यमुनानगर और आसपास के जिलों में हुए कथित अवैध खनन की जांच के लिए दर्ज की गई हरियाणा पुलिस की कई एफआईआर के बाद सामने आया।