Maharashtra: महाराष्ट्र के हिंगोली में महसूस किए गए भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 3.5 रही तीव्रता

हिंगोली/मुंबई: महाराष्ट्र में सोमवार की सुबह-सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप का केंद्र राज्य का हिंगोली जिला था. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.5 दर्ज हुई है. हालांकि, भूकंप की वजह से किसी तरह के जान-माल की खबर नहीं है. तेलंगाना-कर्नाटक तक महसूस हुए […]

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Maharashtra: महाराष्ट्र के हिंगोली में महसूस किए गए भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 3.5 रही तीव्रता

Vaibhav Mishra

  • November 20, 2023 8:28 am Asia/KolkataIST, Updated 12 months ago

हिंगोली/मुंबई: महाराष्ट्र में सोमवार की सुबह-सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप का केंद्र राज्य का हिंगोली जिला था. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.5 दर्ज हुई है. हालांकि, भूकंप की वजह से किसी तरह के जान-माल की खबर नहीं है.

तेलंगाना-कर्नाटक तक महसूस हुए झटके

नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी की मानें तो भूकंप सोमवार सुबह 5 बजकर 9 मिनट पर आया. भूकंप का केंद्र धरती की सतह से करीब 5 किलोमीटर नीचे था. जानकारी के मुताबिक भूकंप के झटके महाराष्ट्र के साथ ही तेलंगाना और कर्नाटक में भी महसूस किए गए हैं. बता दें कि भूकंप का केंद्र रहा हिंगोली जिला महाराष्ट्र के पूर्वी हिस्से में है. हिंगोली तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से 225 किलोमीटर और नागपुर से 265 किलोमीटर दूर है.

क्यों आता है भूकंप, जानिए वजह

भूगर्भ वैज्ञानिकों के अनुसार भूकंप आने की असली वजह टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल होती है. इसके साथ ही उल्का प्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग के कारण भी भूंकप आता है. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर मापी जाती है. अगर स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता होती है तो इसे हल्का भूकंप माना जाता है, वहीं तीव्रता 6 से अधिक होती हे तो इसे शक्तिशाली भूकंप माना जाता है.

ऐसे लगाते हैं भूकंप की तीव्रता का अंदाजा

बता दें कि भूकंप की तीव्रता का अंदाजा उसके केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है. ये लहर सैकड़ों किलोमीटर तक फैली होती है, जिससे कंपन होता है और धरती में दरारें पड़ जाती हैं. भूकंप का अगर कम गहराई पर होता है तो उससे बाहर निकलने वाली ऊर्जा सतह के काफी नजदीक होती है, जिससे तबाही ज्यादा होती है.

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