नई दिल्ली, एक रंगाई-पुताई मजदूर की मजदूरी की कमाई और उस पर 66 करोड़ रुपए का इनकम टैक्स का बकाया, भले ही ये कहने और सुनने में थोड़ा अटपटा लगे लेकिन ये शत-प्रतिशत सही है. राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में हुरड़ा गांव की भील बस्ती में रहने वाले गोविंद भील को आयकर विभाग ने ये […]
नई दिल्ली, एक रंगाई-पुताई मजदूर की मजदूरी की कमाई और उस पर 66 करोड़ रुपए का इनकम टैक्स का बकाया, भले ही ये कहने और सुनने में थोड़ा अटपटा लगे लेकिन ये शत-प्रतिशत सही है. राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में हुरड़ा गांव की भील बस्ती में रहने वाले गोविंद भील को आयकर विभाग ने ये नोटिस भेजा है, बता दें गोविंद लोगों के घरों की रंगाई पुताई की मजदूरी से मिलने वाली आय से अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. आयकर विभाग ने गोविंद को 66 करोड़ रुपए का आयकर बकाया का नोटिस थमाया है साथ ही ये भी कहा है कि अगर वो उपस्थित नहीं होता है तो उसे 10 हजार का जुर्माना देना होगा.
इस नोटिस को मिलने के बाद से गोविंद हैरान और परेशान हैं, करोड़ों के बकाया का आयकर का नोटिस पाकर गोविंद ने अपने मालिक ओम खटीक को ये बात बताई क्योंकि उसकी आमदनी बहुत ही कम है और ऐसे में करोड़ों का आयकर का नोटिस आना किसी को भी सदमे में डाल देगा। गोविंद को 14 जुलाई गुरुवार को अजमेर आयकर विभाग के अधिकारियों से मिलने पर 66 करोड़ रुपए के आयकर बकाया होने की बात पता चली, इसपर गोविंद ने अधिकारियों को बताया कि वो रंगाई पुताई का काम करता है और महीने में मुश्किल से 8-10 हजार रुपये तक ही कमा पाता है इतनी कम आमदनी में बहुत मुश्किल से परिवार का गुज़ारा कर पाता है.
गोविंद ने बताया कि आज से लगभग 4 साल पहले साल 2018 में बिजयनगर में मजदूरी करने के दौरान एक गिरधर नाम के युवक ने हिंदुस्तान जिंक में नौकरी लगवाने के लिए उससे उसका आधार कार्ड और पैन कार्ड बैंक खाता खोलने की बात कह कर ले गया था, उसके बाद उसे नौकरी तो नहीं मिली लेकिन उसे करोड़ों रुपए आयकर बकाया का नोटिस मिल गया. उसने बताया कि गिरधर ने उसे उसके दस्तावेज भी वापस नहीं दिए थे.