मेवात,हरियाणा में खनन माफियाओं का दुस्साहस भरा कुकृत्य एक बार फिर सामने आया है. जानकारी के मुताबिक नूह में खनन माफियाओं ने DSP पर गाड़ी चढ़ा दी, जिसके चलते डीएसपी सुरेंद्र कुमार की मौके पर ही मौत हो गई. इस कड़ी में सुरेंद्र बिश्नोई के भाई अशोक ने बताया कि हादसे के बाद मंगलवार दोपहर […]
मेवात,हरियाणा में खनन माफियाओं का दुस्साहस भरा कुकृत्य एक बार फिर सामने आया है. जानकारी के मुताबिक नूह में खनन माफियाओं ने DSP पर गाड़ी चढ़ा दी, जिसके चलते डीएसपी सुरेंद्र कुमार की मौके पर ही मौत हो गई. इस कड़ी में सुरेंद्र बिश्नोई के भाई अशोक ने बताया कि हादसे के बाद मंगलवार दोपहर उनके भतीजे सिद्धार्थ का उन्हें फोन आया था. उन्होंने पूछा – चाचा जी यह खबर सच है क्या। सिद्धार्थ ने उन्हें कहा कि उन्होंने अगस्त में अपने पिता सुरेंद्र बिश्नोई को सरप्राइज देने के लिए टिकट बुक करवाया था. बता दें, कुरुक्षेत्र के रहने वाले सुरेंद्र को हिसार के सारंगपुर में अंतिम विदाई दी जाएगी. सुरेन्द्र तीन महीने बाद रिटायर होने वाले थे. मंगलवार सुबह ही उन्होंने अपने छोटे भाई से फोन पर बात की थी और जल्द घर आने का वादा किया था.
डीएसपी सुरेंद्र सिंह 1994 में हरियाणा पुलिस में सहायक उप निरीक्षक के रूप में भर्ती हुए थे, सुरेंद्र सिंह कुरुक्षेत्र में परिवार के साथ रहते थे. मूल रूप से वह हिसार जिले के सारंगपुर गांव के निवासी थे, तीन महीने बाद ही उनका रिटायरमेंट होना था. 59 साल के सुरेंद्र सिंह के दो बच्चे हैं, एक बेटी बेंगलुरु में बैंक में ऑफिसर है और बेटा बेंगलुरु में पढ़ाई कर रहा है. छोटा भाई अशोक कोऑपरेटिव बैंक में ऑफिसर है, अशोक ने बताया कि आज सुबह 8 बजे ही बड़े भाई से फोन पर बात हुई थी इस दौरान उन्होंने कहा था कि जल्द घर आऊंगा.
बताया जा रहा है कि उप पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार तावड़ू में तैनात थे और वे तावडू की पहाड़ी में अवैध खनन की जानकारी मिलने पर छापेमारी करने गए थे. कार्रवाई के दौरान डीएसपी सुरेंद्र कुमार ने खननस्थल पर पत्थर से भरे ट्रक को रोकने की कोशिश की लेकिन तभी खनन माफिया ने उन्हें टक्कर मार दी. डीएसपी को टक्कर डंपर से मारी गई थी, जिसके चलते डीएसपी की मौके पर ही मौत हो गई.
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