Advertisement

DSP: अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित डीएसपी की मिली लाश, शरीर पर चोट के निशान

चंडीगढ़: पंजाब सशस्त्र पुलिस के डीएसपी की लाश मिली है और जिस हालत में लाश मिली है वो काफी संदिग्ध है. जैसे ही जालंधर में इस बात की जानकारी मिली वैसे ही हड़कंप मच गया. इस घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को शुरुआती जांच में शव के पास से एक आईडी कार्ड बरामद हुआ है. वहीं […]

Advertisement
DSP: अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित डीएसपी की मिली लाश, शरीर पर चोट के निशान
  • January 2, 2024 8:48 am Asia/KolkataIST, Updated 12 months ago

चंडीगढ़: पंजाब सशस्त्र पुलिस के डीएसपी की लाश मिली है और जिस हालत में लाश मिली है वो काफी संदिग्ध है. जैसे ही जालंधर में इस बात की जानकारी मिली वैसे ही हड़कंप मच गया. इस घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को शुरुआती जांच में शव के पास से एक आईडी कार्ड बरामद हुआ है. वहीं क्राइम सीन से मिला पर्स को फोरेंसिक जांच के लिए पुलिस ने भेज दिया है. पुलिस के अनुसार 54 वर्षीय डीएसपी दलबीर सिंह के शरीर पर चोट के निशान थे और उनका शव जालंधर के बस्ती बावा खेल में सड़क किनारे पड़ा मिला था. इसी इलाके में वह तैनात थे।

इस संबंध में जालंधर के पुलिस आयुक्त स्वपन शर्मा ने कहा कि दलबीर सिंह का एक पैर कुचला हुआ मिला है और हम इस मामले की जांच कर रहे हैं. पुलिस आयुक्त के अनुसार दलबीर सिंह का जहां शव मिला है वह सड़क उनके गांव तक जाती है. घटनास्थल उनके गांव से करीब आठ किलोमीटर दूर है. पुलिस ने कहा कि इस मामले में दलबीर सिंह के परिवार ने शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस के मुताबिक डीएसपी पिछले माह जालंधर में एक अन्य इलाके के लोगों के साथ लड़ाई में शामिल था. हालांकि इस मामले में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया, क्योंकि दोनों पक्षों में समझौता हो गया. दलबीर सिंह पहले एक भारोत्तोलक थे और साल 2000 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

आपको बता दें कि मृतक डीएसपी दलबीर सिंह देओल संगरूर के लद्धा कोठी गांव का रहने वाला था और पीएपी ट्रेनिंग सेंटर में वह तैनात था. वहीं जाइंट सीपी संदीप शर्मा ने बताया कि जांच के दौरान यह मामला एक्सीडेंट का लग रहा है और डीएसपी दलबीर सिंह पैदल ही कहीं जा रहे थे तभी किसी वाहन उन्हें टक्कर मार दी और किसी चीज से उनका सिर टकरा गया। सिर पर चोट लगने की वजह से उनकी मौत हो गई।

यह भी पढ़े : 

The Kerala Story: अदा शर्मा ने केरला स्टोरी के आलोचकों को दिया करारा जवाब, कही ये बात

सेना की महिला अधिकारी अब चलाएगीं तोप और रॉकेट,आर्टिलरी रेजीमेंट में पहले बैच को मिला कमीशन

Advertisement