लखनऊ: आपने शादी या कभी किसी सरकारी प्रोजेक्ट्स के माध्यम से ड्रोन को अक्सर उड़ते हुए देखा होगा, लेकिन अब तो पुलिस भी इस ड्रोन का प्रयोग अपनी कार्यशैली में शामिल कर चुकी है. अब आप भी ड्रोन उड़ाकर अपना भविष्य बना सकते हैं. अब कानपुर के सीएसए विश्वविद्यालय में रिमोट ड्रोन पायलट के कोर्स […]
लखनऊ: आपने शादी या कभी किसी सरकारी प्रोजेक्ट्स के माध्यम से ड्रोन को अक्सर उड़ते हुए देखा होगा, लेकिन अब तो पुलिस भी इस ड्रोन का प्रयोग अपनी कार्यशैली में शामिल कर चुकी है. अब आप भी ड्रोन उड़ाकर अपना भविष्य बना सकते हैं. अब कानपुर के सीएसए विश्वविद्यालय में रिमोट ड्रोन पायलट के कोर्स कराया जा रहा है, जहां आपको पायलट सर्टिफिकेट मिलेगा जो आपको जॉब दिलाने में मदद करेगा.
आपको बता दें कि ड्रोन को उड़ाने और नियंत्रित करने वाले को ही ड्रोन पायलट कहा जाता है. शादी बरात या किसी सरकारी प्रोजेक्ट में आपने ड्रोन के काम देखे होंगे कि ड्रोन कितना कारगर साबित हो रहा है. ड्रोन से आपके बहुत से काम आसानी हो जाते है, वहीं फायर ब्रिगेड में आग बुझाने के काम से लेकर कोविड के अमाय वैक्सीन को एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाने तक ड्रोन का ही प्रयोग किया जाता है, लेकिन ड्रोन को चलने के लिए पायलट को निपुण होना पड़ता है और इसके लिए आपको ट्रेनिंग की जरूरत पड़ती है.
रिमोट ड्रोन पायलट की 10 से 15 दिन की ट्रेनिंग होती है. इसमें कमर्शियल ड्रोन पायलट के लिए सर्टिफिकेट भी होना आवश्यक है. इसमें दो कैटेगरी की ट्रेनिंग होती है. इस एक ड्रोन जो उड़ाने के दौरान अपनी आंखों से देख सकते हैं, जबकि दूसरा ड्रोन जो स्क्रीन और अंदाज पर उड़ाना पड़ता है, क्योंकि वो उड़ाने के दौरान आपको नहीं दिखाई देगा. दूसरे नंबर का ड्रोन खुफिया कामों के लिए इस्तेमाल किए जाते है जिसमें कुशलता बहुत जरूरी है. इसके लिए मान्यता प्राप्त संस्थान से आप ट्रेनिंग ले सकते हैं. वहीं कानपुर के कृषि विश्वविद्यालय में इस कोर्स को 35 हजार में करा रहा है. 5 दिन की ट्रेनिंग में विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से खाना पीना और रुकना रहेगा, जिसमें आपको ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग दी जाएगी और ट्रेनिंग खत्म होने के बाद आपको सर्टिफिकेट दिया जाएगा.
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