पटना: बिहार के बेगूसराय जिले से स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े करने वाला एक और मामला सामने आया है। जिले के खोदावंदपुर प्रखंड में झोलाछाप डॉक्टर द्वारा राजनंदनी क्लिनिक नामक एक फर्जी अस्पताल में गर्भवती महिलाओं का ऑपरेशन किए जाने का मामला उजागर हुआ है। यहां डॉक्टर मोबाइल पर यूट्यूब वीडियो देखकर ऑपरेशन कर रहा था, जिससे मरीज की जान चली गई।
चेरिया बरियारपुर प्रखंड के अर्जुनटोल गांव की 30 वर्षीय अमृता कुमारी को उसके परिजन 2 नवंबर को इस क्लिनिक में भर्ती कराए थे। डॉक्टर ने ऑपरेशन का दावा करते हुए परिजनों को भरोसा दिलाया था कि सुरक्षित डिलीवरी होगी। वहीं 5 नवंबर की शाम अमृता की हालत बिगड़ने लगी और उसकी मृत्यु हो गई। अमृता की बहन काजल कुमारी ने बताया कि डॉक्टर यूट्यूब वीडियो देखकर ऑपरेशन कर रहे थे और जैसे ही मरीज की हालत खराब हुई, डॉक्टर अपनी बाइक लेकर फरार हो गया।
इस घटना के बाद परिजनों में आक्रोश है और उन्होंने अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया। राजनंदनी क्लिनिक के बाहर कई डॉक्टरों के फोटो लगाए गए थे ताकि लोगों को यह अस्पताल रजिस्टर्ड लगे। वहीं परिजन बताते हैं कि डॉक्टर ने बिना किसी ट्रेनिंग के ऑपरेशन करने का प्रयास किया, जिसका परिणाम अमृता की जान के रूप में सामने आया।
बता दें खोदावंदपुर प्रखंड में फर्जी अस्पतालों की भरमार बताई जा रही है, जिनमें से अधिकतर का संबंध स्थानीय पीएससी के डॉक्टरों से जोड़ा जा रहा है। बताया जा रहा है कि यहां कई ऐसे क्लिनिक स्थानीय प्रशासन की अनदेखी में वर्षों से चल रहे हैं। इस मामले में जब खोदावंदपुर PHC प्रभारी से संपर्क किया गया, तो पता चला कि वे ड्यूटी पर रोज़ाना नहीं आते है.
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