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दिल्ली में बैन के बावजूद खूब हुई आतिशबाजी, सांस लेना भी मुश्किल

नई दिल्ली: दिल्ली में दिवाली के मौके पर जमकर आतिशबाजी का नजारा देखने को मिला, जिसकी वजह से दिल्ली की हवा जहरीली हो गई. वहीं आज सुबह के समय लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो रहा था. AQI बेहद खराब से गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई. एयर क्वालिटी इंडेक्स दिल्ली में पटाखों पर […]

Delhi pOLUATION
inkhbar News
  • November 1, 2024 8:33 am Asia/KolkataIST, Updated 6 months ago

नई दिल्ली: दिल्ली में दिवाली के मौके पर जमकर आतिशबाजी का नजारा देखने को मिला, जिसकी वजह से दिल्ली की हवा जहरीली हो गई. वहीं आज सुबह के समय लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो रहा था. AQI बेहद खराब से गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई.

एयर क्वालिटी इंडेक्स

दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद दिवाली के मौके पर जमकर आतिशबाजी हुई. दिल्ली के कई इलाकों में AQI 400 के पार पहुंच गया. अधिकतर इलाकों में एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई.

दिल्ली में शुक्रवार सुबह के समय दिल्ली में AQI जहांगीरपुरी में 417,अलीपुर में 351, लोनी में 377, इहबास में 357, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में 356, द्वारका सेक्टर में 347, अलीपुर में 351, मालवीय नगर में 335, आनंद विहार में 331, कटवारिया सराय में 331,अशोक विहार रोहिणी में 339 में 324, बवाना इंडस्ट्रियल एरिया में 328, कनॉट प्लेस में 329, ग्रेटर कैलाश में 319,मयूर विहार में 322, जीटीबी नगर में 322, हरि नगर में 316, समेत सभी इलाकों में प्रदूषण गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया.

एक्यूआई सबसे ज्यादा खराब

बता दें गुरुवार रात दिल्ली का आसमान उस समय जगमगा उठा जब लोगों ने पटाखों पर लगे प्रतिबंध का उल्लंघन किया और बड़े पैमाने पर पटाखे जलाकर दिवाली मनाई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ऐप द्वारा प्रति घंटा जारी किए जाने वाले राष्ट्रीय AQI के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) रात 9 बजे 327 दर्ज किया गया।आपको बता दें कि बुधवार को दिल्ली में औसत AQI 328 था, जो पिछले तीन साल में दिवाली पर दिल्ली में सबसे खराब वायु गुणवत्ता है.

 

377 टीमों का गठन

दिवाली की रात हालात से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने 377 टीमों का गठन किया था. इन टीमों को सादे कपड़ों में बाजारों और हर इलाके में घूमकर ये तय करना था कि कोई भी पटाखों पर प्रतिबंध होने के बावजूद इसे न बेच सके और न ही कोई पटाखे चला सके. लेकिन इन 377 टीमों के होने के बावजूद भी दिल्ली में जमकर आतिशबाजी हुई. जिस तरह से रात में दिल्ली में आतिशबाजी हुई. उससे ऐसा नहीं लगा कि दिल्ली में पटाखों पर पूरी तरह से प्रतिबंध है