पटना: बिहार में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब पीने से छपरा और सीवान में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। घटना मंगलवार देर रात की है, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया है। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, जहरीली शराब पीने से कई अन्य लोग बीमार […]
पटना: बिहार में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब पीने से छपरा और सीवान में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। घटना मंगलवार देर रात की है, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया है। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, जहरीली शराब पीने से कई अन्य लोग बीमार हो गए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, मरने वालों में छपरा जिले के कौड़िया वैश्य टोला के अरविंद सिंह, रामेंद्र सिंह, बिट्टू सिंह, माघर पोखरा के संतोष महतो और मुन्ना और बिलासपुर के जगमोहन सिंह शामिल हैं। जहरीली शराब पीने के बाद इनकी तबीयत बिगड़ी और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। बता दें बिहार में पूरी तरह से शराबबंदी लागू है, लेकिन इसके बावजूद अवैध शराब का कारोबार जारी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि पुलिस के डर से मृतकों के परिजनों ने अरविंद सिंह और जगमोहन सिंह का अंतिम संस्कार आनन-फानन में रात को ही कर दिया। इस घटना के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी (डीएम) मुकुल कुमार गुप्ता और पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमितेश कुमार ने मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू की। महाराजगंज के एसडीएम और एसडीपीओ भी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए हैं। जानकरी के अनुसार, माघर निवासी राम, प्रनाथ राम, मोहन साह और शैल साह की तबीयत भी जहरीली शराब के सेवन से बिगड़ गई है। इनमें से प्रनाथ राम की हालत गंभीर बताई जा रही है, जबकि मोहन साह को पटना के पीएमसीएच रेफर किया गया है।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर अवैध शराब कारोबार के खिलाफ सख्त कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। उनका कहना है कि अवैध शराब का धंधा लंबे समय से चल रहा था, लेकिन पुलिस की मिलीभगत से इसे रोका नहीं गया।
यह भी पढ़ें: दिल्ली एनसीआर के लिए गुड न्यूज, एलिवेटेड रोड बनाने का मिला एप्रूवल