कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के ऐलान के बाद से लगातार हिंसा हो रही है. यहां पर सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस पार्टी और विरोधी पार्टियों के बीच लगातार तनाव का माहौल बना हुआ है. अब कलकत्ता हाईकोर्ट ने इसको लेकर बड़ा आदेश दिया है. आदेश के अनुसार पंचायत चुनाव के दौरान राज्य में केंद्रीय […]
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के ऐलान के बाद से लगातार हिंसा हो रही है. यहां पर सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस पार्टी और विरोधी पार्टियों के बीच लगातार तनाव का माहौल बना हुआ है. अब कलकत्ता हाईकोर्ट ने इसको लेकर बड़ा आदेश दिया है. आदेश के अनुसार पंचायत चुनाव के दौरान राज्य में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती करने की बात कही गई है.
बंगाल में पंचायत चुनाव की तारिखों के ऐलान के बाद से बवाल शुरू हो गया है. कूचबिहार के टीएमसी कार्यकर्ताओं के दो गुट आपस में भिड़े. इस दौरान गोली लगने से एक टीएमसी कार्यकर्ता घायल हो गया था. बता दें कि इससे पहले राज्य में कांग्रेस कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. दरअसल 9 जून को मुर्शिदाबाद जिले में अज्ञात हमलावरों ने कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या कर दी थी. इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके जांच कर रही है.
गौरतलब है कि बंगाल में राज्य चुनाव आयोग ने 8 जून को पंचायत चुनाव का ऐलान कर दिया था. राज्य में पंचायत चुनाव अगले महीने यानी जुलाई में होंगे. बंगाल की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी राज्य में केंद्रीय बल तैनात करने की मांग की है. बीजेपी का कहना है कि राज्य में पंजायत चुनाव निष्पक्ष तरीके से पूरा हो, इसके लिए राज्यपाल केंद्रीय बलों की तैनाती करें. पार्टी ने अपील की है कि हर बूथ पर सीसीटीवी कैमरे लगवाएं जाए.