लखनऊ: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में दो अक्टूबर को हुए नरसंहार के बाद से योगी सरकार का लगातार एक्शन जारी है. आठ बीघा जमीन को लेकर हुए विवाद में दोनों पक्षों से छह लोगों की हत्या ने राज्यभर में सनसनी फैली दी है। इस हत्याकांड के बाद अपराधियों समेत जिला प्रशासन और पुलिस आधिकारियों पर […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में दो अक्टूबर को हुए नरसंहार के बाद से योगी सरकार का लगातार एक्शन जारी है. आठ बीघा जमीन को लेकर हुए विवाद में दोनों पक्षों से छह लोगों की हत्या ने राज्यभर में सनसनी फैली दी है। इस हत्याकांड के बाद अपराधियों समेत जिला प्रशासन और पुलिस आधिकारियों पर भी गाज गिरी है। इस मामले में रुद्रपुर तहसील के एसडीएम, सीओ और राजस्व समेत पुलिस के 15 कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। जिनमें से बृहस्पतिवार की देर रात दो दारोगा समेत चार पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया।
वहीं इस मामले में मृतक सत्य प्रकाश दुबे की बेटी ने राजस्व और पुलिस के कई अधिकारियों को कटघरे में खड़ा किया है. उसका कहना है कि अगर अधिकारी सही समय पर कार्रवाई किए होते तो आज हमारा परिवार जिंदा होता। उसने कई बड़े अधिकारियों को नाम बताया हैं जिन पर योगी सरकार ने कार्रवाई की है। वहीं इस मामले में बृहस्पतिवार देर रात दो दारोगा समेत चार पुलिस कर्मियों को एसपी संकल्प शर्मा ने निलंबित कर दिया। इसमें कैलाश पटेल, दीवान सुभाष यादव, राम प्रताप और सुनील कुमार शामिल हैं। इन पर आईजीआरएस पोर्टल में प्राप्त संबंधित शिकायत में लापरवाही बरतने का आरोप है।
इस मामले के जांच में सामने आया कि आईजीआरएस पर सत्यप्रकाश की तरफ से लगातार शिकायतें की जा रही थी, लेकिन निस्तारण में संबंधित अधिकारियों ने घोर लापरवाही बरती है. इस घटना को ध्यान में रखते हुए सीएम योगी ने कहा कि दोषी कोई भी हो बचेगा नहीं।
केंद्र सरकार बनाएगी LGBTQIA+ समुदाय के लिए समिति, जानिए किसकी होगी अध्यक्षता
सेना की महिला अधिकारी अब चलाएगीं तोप और रॉकेट,आर्टिलरी रेजीमेंट में पहले बैच को मिला कमीशन