लखनऊ। देवरिया के फतेहपुर सामूहिक हत्याकांड मामले में प्रेम यादव के आलीशान मकान को लेकर अब सवाल दूर हो गए। दूसरी बार की पैमाइश में भी प्रेमचंद यादव का घर सरकारी भूमि पर ही पाया गया है। सोमवार को अभयपुर गांव में सरकारी जमीनों की पैमाइश कर राजस्व विभाग की 20 सदस्यीय टीम ने अंतिम […]
लखनऊ। देवरिया के फतेहपुर सामूहिक हत्याकांड मामले में प्रेम यादव के आलीशान मकान को लेकर अब सवाल दूर हो गए। दूसरी बार की पैमाइश में भी प्रेमचंद यादव का घर सरकारी भूमि पर ही पाया गया है। सोमवार को अभयपुर गांव में सरकारी जमीनों की पैमाइश कर राजस्व विभाग की 20 सदस्यीय टीम ने अंतिम रिपोर्ट दे दी। तहसीलदार ने रिपोर्ट मिलने के बाद प्रेम यादव के पिता सहित पांचों आरोपियों के खिलाफ बेदखली का आदेश जारी किया है।
बता दें कि अब प्रशासन का बुलडोजर कभी भी प्रेम यादव के घर पर चल सकता है। बता दें कि सोमवार को सुबह 11 बजे एसडीएम रत्नेश तिवारी, तहसीलदार अरुण कुमार यादव, नायब तहसीलदार अनिल तिवारी और शिवेंद्र कोडिल्य सहित 20 राजस्व कर्मियों की टीम गांव में सरकारी जमीनों की दोबारा पैमाइश करने पहुंची थी। टीम के गांव में पहुंचते ही कुछ लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। राजस्व विभाग की टीम के काम में बाधा डाल रहे लोगों को पुलिस ने तितर-बितर किया। लगभग चार घंटे तक चली इस पैमाइश के दौरान सैकड़ों लोग फतेहपुर गांव के इर्द-गिर्द जमे रहे।
सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे के आरोप में प्रेम यादव के पिता रामभवन सहित गाँव के पांच लोगों को जुर्माने के साथ पांच अक्टूबर को नोटिस दिया गया था। सरकारी जमीनों की पैमाइश करने वाली टीम ने अपनी रिपोर्ट में प्रेम यादव सहित चार लोगों का अवैध कब्जा पाया गया था। रिपोर्ट में ग्राम सभा की खलिहान, वन विभाग और सरकारी स्कूल की जमीन पर अवैध कब्जा पाया गया है। प्रेम यादव के परिवार की आपत्ति के बाद जमीन की दोबारा पैमाइश कराई गई। पैमाइश करने वाली टीम ने रिपोर्ट दे दी है, जिसके बाद अब तहसीलदार ने बेदखली का आदेश भी जारी कर दिया है।