नई दिल्ली। हर साल की तरह इस साल भी दिल्ली-एनसीआर समेत गाजियाबाद एयर पॉल्यूशन की जद में आ गया है। हर साल बढ़ रहा प्रदूषण अब बहुत खतरनाक होता जा रहा, जिसके जद में बुर्जुग और बच्चे आ रहे हैं। शासन और प्रशासन द्वारा किए गए प्रयास के बावजूद इस समस्या पर अभी तक लगाम […]
नई दिल्ली। हर साल की तरह इस साल भी दिल्ली-एनसीआर समेत गाजियाबाद एयर पॉल्यूशन की जद में आ गया है। हर साल बढ़ रहा प्रदूषण अब बहुत खतरनाक होता जा रहा, जिसके जद में बुर्जुग और बच्चे आ रहे हैं। शासन और प्रशासन द्वारा किए गए प्रयास के बावजूद इस समस्या पर अभी तक लगाम नहीं लग पाया है।
अगर आज के एयर क्वालिटी इंडेक्स की बात करें तो गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स आज 376 है, जोकि रेड जोन में आता है। वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 421 है, जिसके साथ ही दिल्ली देश का सबसे प्रदूषित शहर भी बन गया है। शासन और प्रशासन के लाख दावों के बाद भी बढ़ते हुए पॉल्यूशन पर कोई लगाम नहीं लगाई जा पा रही है।
लोगों की लापरवाहियों के साथ शासन एवं प्रशासन द्वारा किए गए इंतजाम आज सिर्फ कागजी तौर पर है, जिसके कारण लगातार दिल्ली-एनसीआर सहित गाजियाबाद में पॉल्यूशन का स्तर दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है और सांस लेना बद से बदतर होता जा रहा है।
इस दम घोंटू हवा को लेकर डॉक्टरों का कहना है कि बचने के लिए सुबह के समय वॉक पर जाना बंद करें। इसी के साथ बुजुर्गों एवं छोटे बच्चों को सुबह और शाम के समय जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकाला जाए क्योंकि अस्पतालों में पॉल्यूशन के बढ़ते ही दमा और अस्थमा जैसी सांस बीमारियों से ग्रसित मरीजों की संख्या भी बढ़नी शुरू हो गई है। इस जानलेवा समस्या के तरफ सरकार को विशेष ध्यान देने की जरूरत है, ताकि पॉल्यूशन की वजह से लोगों को परेशानी न हों।
बता दें कि दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में लगातार बढ़ोतरी होने से आनंद विहार समेत कई ऐसे हॉटस्पॉट है, जहां पर एयर क्वालिटी इंडेक्स करीब 450 है। आनंद विहार में लोग मास्क लगा रहे हैं। स्कूली बच्चे सुबह मास्क लगा कर निकल रहे हैं। इसके अलावा स्मॉग बढ़ने से धुंधलापन बढ़ गया है और लोग काफी परेशान हैं।