Delhi University Admissions 2019: दिल्ली विश्वविद्यालय एक योजना बना रही है जिसके तहत एडमिशन लेने के लिए अब छात्रों के 12वीं में आए अंकों का ज्यादा महत्व नहीं रह जाएगा. हालांकि फिर भी इन अंकों को एडमिशन में तवज्जो दी जाएगी. इसके लिए अब छात्रों को किसी भी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेस टेस्ट देने होंगे. ये बदलाव 2019-20 में होने वाले एडमिशन के लिए किए जाएंगे. ये बदलवा सभी अंडरग्रैजुएट कोर्स के लिए होंगे.
नई दिल्ली. दिल्ली विश्वविद्यालय अपनी एडमिशन प्रक्रिया में बड़े बदलाव करने की योजना बना रही है. ये बदलाव 2019-20 शैक्षिक सत्र के लिए होने वाले एडमिशन में किए जाएंगे. बदलाव ये होगा की अगले साल से विश्वविद्यालय में होने वाले एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा ली जाएगी. छात्रों के दाखिले 12वीं के अंकों के आधार पर नहीं बल्कि प्रवेश परीक्षा के आधार पर किए जाएंगे. ये प्रवेश परीक्षा अंडरग्रैजुएट कोर्स पर होने वाले एडमिशन के लिए ली जाएगी. केवल 12वीं के अंक अब दिल्ली विश्वविद्यालय में एडमिशन की गारंटी नहीं रहेंगे. हालांकि इस बारे में अभी विश्वविद्यालय की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है अटकलें हैं कि ये योजना 2019 में होने वाले एडमिशन के लिए लागू की जाएगी.
इस बारे में वाइस चांसलर योगेश त्यागी ने बताया कि, ‘डीयू की दाखिला कमिटी अभी इस योजना को लागू करने पर विचार कर रही है. ये एक स्वतंत्र कमिटी है जिसके सदस्य शिक्षा विशेषज्ञ, कई कॉलेज को प्रिंसिपल और फैकल्टी मेंबर हैं.’ बता दें कि पिछले साल भी इस योजना पर कमिटी ने विचार किया था. हालांकि तब भी इसपर निर्णय नहीं लिया जा सका. पिछले साल इस योजना के लागू न होने का कारण था कि प्रवेश परिक्षा के आयोजन को लेकर कई समस्याएं आईं. साथ ही कमिटी के फैकल्टी मेंबर्स ने भी इस योजना का विरोध किया था.
कहा जा रहा है कि इस साल इस समस्या से निपटने के लिए कमिटी विचार कर रही है कि परीक्षा करवाने की जिम्मेदारी नैशनल टेस्टिंग एजेंसी, एनटीए के हाथों सौंप दी जाए. एनटीए को इसी साल से नेट और जेईई की परिक्षा करवाने की भी जिम्मेदारी दी गई है. बता दें कि अभी तक डीयू के ज्यादातर अंडरग्रैजुएट कोर्स में दाखिले के लिए 12वीं के अंकों को आधार माना जाता था. हर साल दाखिले के लिए अंकों के आधार पर 4-5 कट ऑफ लिस्ट निकलती है जिनके आधार पर छात्रों को दाखिला मिलता है. मौजूदा समय में डीयू में केवल अंडरग्रैजुएट के नौ और पोस्टग्रैजुएट कोर्स के लिए कंप्यूटर आधारित प्रवेश परीक्षा होती है.