नई दिल्ली : बारिश और बाढ़ की वजह से इस समय पूरी उत्तर भारत परेशानी का सामना कर रहा है. राजधानी के भी कई इलाके जलमग्न हैं जहां यमुना के पानी के साथ-साथ जलसंकट ने भी दिल्ली वासियों की समस्या बढ़ा दी है. दिल्ली के कई इलाकों में इस समय जलसंकट गहराया हुआ है. पुरानी […]
नई दिल्ली : बारिश और बाढ़ की वजह से इस समय पूरी उत्तर भारत परेशानी का सामना कर रहा है. राजधानी के भी कई इलाके जलमग्न हैं जहां यमुना के पानी के साथ-साथ जलसंकट ने भी दिल्ली वासियों की समस्या बढ़ा दी है. दिल्ली के कई इलाकों में इस समय जलसंकट गहराया हुआ है. पुरानी दिल्ली और चांदनी चौक जैसे इलाकों में स्थिति ये है कि यहां पिछले पांच दिनों से पीने का पानी नहीं आया है.
बात करें नई दिल्ली के गोल मार्केट इलाके की तो वहां भी पिछले तीन दिनों से पीने का जल की आपूर्ति नहीे हो पाई है. हालांकी राजधानी के करोलबाग, राजेंद्र नगर व विक्रस नगर में पानी की आपूर्ति बहाल कर दी गई है, लेकिन इन इलाकों में भी इस समय गंदा पानी आ रहा है. दरअसल दिल्ली के कई जल संयंत्रों में बाढ़ का पानी चले जाने से पानी की सप्लाई को बंद करना पड़ा है. तभी से दिल्ली के कई इलाकों में पीने का पानी की समस्या बनी हुई है. जल बोर्ड की मानें तो इन जल संयंत्रों को शुरु करने की प्रक्रिया जारी है.
दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों की मानें तो अभी दिल्ली के कई इलाकों में पीने के पानी की आपूर्ति करने के लिए दो दिन का समय लग सकता है. ऐसे में कई स्थानों पह टैंकर से पानी आपूर्ति की जा रही है. हालांकि कई इलाकों में बोरवेल से पानी की आपूर्ति की जा रही है. चांदी चौक स्थित पहाड़ वाली गली के लोगों का कहना है कि उनकी गली के साथ ही आस-पास कई गलियों में भी पिछले पांच दिनों से पानी नहीे आ रहा है. ये गलियां इतनी संकरी हैं कि यहां जल बोर्ड की गाड़ी भी नहीं पहुंच सकती हैं. लोगों को कुंए और बोरिंग के पानी का सहारा लेना पड़ रहा है.
जानकारी के अनुसार चांदनी चौक की गली पहाड़ वाली में एक कुंआ है जहां से इस समय पानी लाने के लिए लंबी कतारे लग रही हैं. गली चौक में रहने वाले लोगों का कहना है कि उनकी गली में बोरिंग सफल नहीं है जिस वजह से उन्हें अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. जबकि खजूर वाली गली में लोग बोरिंग से पानी लेते हुए दिखाई दिए. बात करें नई दिल्ली की तो यहां स्थिति कुछ ज्यादा बदली नहीं है. फिरोजशाह कोटला मैदान की बात करें तो यहां पिछले पांच दिनों से पानी की आपूर्ति प्रारंभ हुई है जो नियमित है.