SHO Sanjay Kumar- जब SHO कुमार यह सब जांच रहे थे उस समय मॉर्च्यूरी वैन दरवाजे पर आ चुकी थी. घरवाले अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे
नई दिल्ली. दिल्ली के एक पुलिस अधिकारी की सूझबूझ से एक युवक की जान बच गई. युवक ने आत्महत्या करने की कोशिश की थी. जिसके बाद परिजन उसके अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे. ऐसे में पुलिस अधिकारी ने पहुंचकर जिंदा व्यक्ति का अंतिम संस्कार होने से बचा लिया. SHO संजय कुमार ने इस घटना का अनुभव शेयर करते हुए बताया कि सोमवार शाम पुलिस को बारा हिंदू राव इलाके से एक युवक के फांसी लगाने की सूचना मिली थी. इसपर वे अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे तो घर में कोहराम मचा हुआ था.
परिजन युवक के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे. वहां पहुंचकर SHO कुमार ने उस कमरे की जांच की, जहां 21 वर्षीय राजू ने आत्महत्या की कोशिश की थी. वहां उन्हें आभास हुआ कि फांसी लगाने वाले स्थान की ऊंचाई काफी कम थी ऐसे में युवक के मरने की आशंका भी कम थी. उन्होंने सोचा कि संभवतया युवक का पैर फ्लोर को छू गया होगा.
जब SHO कुमार यह सब जांच रहे थे उस समय मॉर्च्यूरी वैन दरवाजे पर आ चुकी थी. घरवाले अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे. तभी उन्होंने युवक के शरीर की जांच की. जांच करने पर उन्हें महसूस हुआ कि युवक की पल्स बहुत धीरे चल रही है. वह अभी भी जिंदा था. SHO कुमार ने फौरन राजू को अस्पताल ले जाने का फैसला किया, रास्ते में CPR (Cardiopulmonary resuscitation) दिया जाता रहा।
आखिर में राजू को अस्पताल पहुंचा दिया गया जहां डॉक्टरों ने उसे बचा लिया. डॉक्टरों ने पुलिस को बचाया कि युवक की पल्स काफी धीमी चल रही थी, ऐसे में उसे अस्पताल लाने में थोड़ी देर हो जाती तो कुछ भी हो सकता था. होश में आने पर युवक ने बताया कि उसके माता पिता उसे बहुत डांटते थे. इसी वजह से परेशान होकर उसने आत्महत्या करने की कोशिश की थी.
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