September 8, 2024
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दिल्ली पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर को किया गिरफ्तार, अवैध हथियार बरामद

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने पानीपत में अपनी मां को गाली देने पर अपने चाचा पर गोली चलाने के आरोप में एक गैंगस्टर को गिरफ्तार किया है. इस बात की जानकारी अधिकारियों ने रविवार को दी है.

इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि अपराध शाखा के कांस्टेबल सुरेंद्र को राजन उर्फ ​​मंत्री नाम के एक गैंगस्टर की गतिविधि के बारे में सूचना मिली थी, जो मुख्य आरोपी था और पानीपत के सनोली पुलिस स्टेशन में हत्या के प्रयास के मामले में वांछित था. वहीं पुलिस उपायुक्त (अपराध) सतीश कुमार ने कहा कि पुलिस सूत्र ने हमें यह भी बताया कि आरोपी राजन उर्फ ​​मंत्री अवैध हथियार ले जा रहा था. इस सूचना के मिलने पर इंस्पेक्टर पंकज ठाकरान की देखरेख में हेड कांस्टेबल अमित, सोनी, त्रिशपाल और कांस्टेबल सुरेंद्र की एक टीम गठित की गई.

मिली जानकारी के आधार पर रोहिणी के जापानी पार्क के गेट नंबर 3 के पास जाल बिछाया गया. जहां एक महिंद्रा स्कॉर्पियो कार देखी गई, जिसमें बैठे अकेले व्यक्ति की पहचान एक गुप्त मुखबिर ने राजन उर्फ ​​मंत्री के रूप में की. टीम ने उसे पकड़ लिया और उसके कब्जे से एक स्वचालित पिस्तौल बरामद की. वहीं जांच करने पर लोडेड पिस्तौल में दो जिंदा कारतूस मिले, इसके बाद स्कॉर्पियो कार की गहन तलाशी में ड्राइवर की सीट के नीचे छिपाई गई एक लोडेड सिंगल-शॉट पिस्तौल और एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ.

वहीं राजन के बारे में विस्तार से बताते हुए डीसीपी कुमार ने कहा कि उसका अपने चाचा आजाद के साथ संपत्ति विवाद था, जो उसी गांव में रहते थे. आजाद पहले भी आपराधिक मामलों में शामिल रहे हैं और कुछ दिन पहले आजाद ने आरोपी राजन की मां को गालियां दी थीं और उनका अपमान किया था. इस पर क्रोधित होकर राजन ने बदला लेने की कसम खाई. 23 जून को देर शाम आज़ाद अपनी कार से नंगला पार गांव लौट रहे थे, तभी राजन ने अपने साथियों के साथ मिलकर आज़ाद पर गोलियां चला दीं. इसमें एक गोली आज़ाद की कमर में लगते हुए कार को भेद गई. घायल होने के बावजूद आज़ाद घर जाने में कामयाब रहे और फिर उन्हें बंदूक की गोली के घावों के इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया.

पुलिस ने बताया कि आरोपी राज्य स्तरीय बॉक्सर है. उसका एक चाचा हत्या के मामले में जेल में है. अतीत में उसने कई गैंगस्टरों को आश्रय प्रदान किया और उन्हें अपने घर के पते का उपयोग करके फर्जी नामों से पासपोर्ट प्राप्त करने में मदद की. वह दुबई भाग गया, फिर भारत लौट आया और वित्त व्यवसाय शुरू किया. वह एक शराब की दुकान में भी भागीदार बन गया. डीसीपी कुमार ने कहा कि राजन हत्या के प्रयास और अपहरण के चार मामलों में शामिल है.

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