दिल्ली नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली के मेयर मुकेश सूर्यान ने पिछले दिनों हिन्दू पर्व नवरात्रि और हिन्दू भावों का हवाला देते हुए मीट की दुकानों को बंद करने के आदेश दिए थे. इसी तरह का कदम पूर्वी दिल्ली के मेयर द्वारा भी उठाया गया था. महापौर के खिलाफ नोटिस दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग ने अब इस […]
नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली के मेयर मुकेश सूर्यान ने पिछले दिनों हिन्दू पर्व नवरात्रि और हिन्दू भावों का हवाला देते हुए मीट की दुकानों को बंद करने के आदेश दिए थे. इसी तरह का कदम पूर्वी दिल्ली के मेयर द्वारा भी उठाया गया था.
दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग ने अब इस मामले में मेयर को नोटिस भेजा है. इसमें तीन नगर निगमों के मेयर और आयुक्तों को शामिल किया गया है. दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग ने इस मामले में तीनों मेयरों द्वारा स्पष्टीकरण मांगा है. दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन ज़ाकिर ख़ान ने इस मामले में महज़ 24 घंटों के अंदर-अंदर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. इसके अलावा संबंधित अधिकारीयों को आयोग के सामने शुक्रवार तक पेश होने के लिए भी कहा गया है.
दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन ज़ाकिर ख़ान ने मीट की दुकाने बंद करने के आदेश को लेकर कहा, बड़े अधिकारीयों और अदालत को इस मामले में कदम उठाना चाहिए और इस तरह के व्यवहार पर रोक लगानी चाहिए. आपको बता दें नवरात्रि के दिनों में हिन्दू भावों का हवाला देते हुए मीट की दुकानों को हिन्दू त्यौहार के लिए बंद करने के सम्बन्ध में आदेश दिए गए थे. ये आदेश दक्षिणी दिल्ली के महापौर द्वारा सबसे पहले दिए गए थे.
इस मामले में कई राजनैतिक नामों की आलोचना भी सुनने को मिली थी. जिसमें दिल्ली की टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा भी शामिल हैं. उन्होंने संसद में इस बारे में बात करते हुए कहा था कि मीट बेचना और मीड खरीदना लोगों के संवैधानिक अधिकारों का हिस्सा है. मैं दक्षिणी दिल्ली में रहती हूं और जब चाहे मीट खरीद सकती हूं. इसके अलावा पिछले दिनों समान विषय पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने भी अपनी नाराज़गी जाहिर की थी.