नई दिल्ली। दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद के ठिकानों पर छापे के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने एक बयान जारी किया। बयान में कहा गया है कि राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने आनंद पर हवाला के जरिए पैसे चीन भेजने और आयात पर सात करोड़ रुपये के सीमा शुल्क की चोरी का आरोप लगाया […]
नई दिल्ली। दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद के ठिकानों पर छापे के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने एक बयान जारी किया। बयान में कहा गया है कि राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने आनंद पर हवाला के जरिए पैसे चीन भेजने और आयात पर सात करोड़ रुपये के सीमा शुल्क की चोरी का आरोप लगाया है। ईडी ने बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े इसी मामले में यह छापेमारी हुई थी।
ईडी का कहना है कि डीआरआई की शिकायत के आधार पर उसने सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 की विभिन्न धाराओं में अपराध के लिए आनंद और उनसे जुड़े व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ जांच शुरू की है। ईडी ने यह भी बताया कि एक स्थानीय अदालत ने 11 अगस्त को अपराध का संज्ञान लिया था।
ईडी ने बयान में दावा किया कि उसने छापेमारी के दौरान 74 लाख रुपये नकद जब्त किए हैं. इसके अलावा कई अन्य दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड के साथ मंत्री राजकुमार आनंद के कर्मचारियों से 2023 में चीन भेजे गए बेहिसाब व्यापारिक निवेश और हवाला भुगतान से संबंधित सबूत भी मिले हैं। 23 घंटे तक चले ईडी के छापे पर मंत्री ने इसे साजिश बताया है। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में लगभग 23 घंटे तक छापों और पूछताछ के बाद मंत्री आनंद ने आरोप लगाया कि यह सब आम आदमी पार्टी नेताओं को परेशान करने की साजिश है।