Delhi Mayor Election : कम सीटें, MCD में हार… कैसे BJP बनाएगी अपना मेयर?

नई दिल्ली : दिल्ली एमसीडी चुनावों के बाद अब बारी है दिल्ली का मेयर चुनने की. कल यानी 6 जनवरी को दिल्ली में मेयर चुनाव करवाए जाएंगे. भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों ने ही दिल्ली मेयर चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों का नाम जारी कर दिया है. मेयर पद के लिए भाजपा की ओर […]

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Delhi Mayor Election : कम सीटें, MCD में हार… कैसे BJP बनाएगी अपना मेयर?

Riya Kumari

  • January 5, 2023 5:56 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली : दिल्ली एमसीडी चुनावों के बाद अब बारी है दिल्ली का मेयर चुनने की. कल यानी 6 जनवरी को दिल्ली में मेयर चुनाव करवाए जाएंगे. भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों ने ही दिल्ली मेयर चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों का नाम जारी कर दिया है. मेयर पद के लिए भाजपा की ओर से पार्षद रेखा गुप्ता और डिप्टी पद के लिए कमल बागड़ी का नाम सामने आया है. देखने वाली बात ये है कि दिल्ली नगर निगम में भाजपा के पास बहुमत नहीं है. अब एक सवाल ये भी है कि शह-मात का खेल शुरू हो तो गया है लेकिन भाजपा किस तरह गेम जुटाएगी?

बहुमत का गणित

मेयर और डपती मेयर का पद अपने नाम करने के लिए दिल्ली एमसीडी में भाजपा के पास बहुमत का जादुई आंकड़ा नहीं है. कुल 250 वार्डों में भाजपा के पास केवल 104 सीटें ही हैं. वहीं इस समय बीजेपी की चिरप्रतिद्वंदी पार्टी आम आदमी पार्टी के पास 134 का आंकड़ा है. वहीं कांग्रेस की बात करें तो उसके पास केवल 9 सीटों का आंकड़ा ही है. ऐसे में भाजपा अपने उम्मीदवार को कैसे जिता पाएगी. ये देखने वाली बात है.

आप के पास पूर्ण बहुमत

दिल्ली MCD की बात करें तो मेयर चुनाव के लिए 250 पार्षद, दिल्ली के सात लोकसभा सांसद, तीन राज्यसभा सदस्य, विधानसभा के 14 विधायक वोटिंग करेंगे. ऐसे में कुल 274 सदस्य एक साथ मतदान करेंगे. इस लिहाज से देखे तो मेयर सीट जीतने के लिए 137 वोट बहुमत बनेगा. आम आदमी पार्टी के पास बहुमत का पूरा नंबर गेम मौजूद है वहीं बीजेपी नंबर गेम में काफी पीछे है. आम आदमी पार्टी के पास राज्यसभा सदस्य और 13 विधायकों को मिलाकर ऐसे
ही 150 वोट पहुँच जाते हैं. वहीं एक निर्दलीय पार्षद के बाद भाजपा के पास केवल 105 वोट ही हैं. सात सांसद और एक विधायक को मिलाकर भी भाजपा महज 113 के आंकड़े पर पहुंचेगी.

ऐसे जीत सकती है BJP

कांग्रेस की बात की जाए तो उसके पास 9 पार्षद और दो निर्दलीय पार्षद हैं. अगर भाजपा इन्हें अपने पाले में धकेलने में सफल हुई तो उनके पास 134 का बहुमत होगा. लेकिन यह भी काफी पीछे है. ऐसे में भाजपा की जीतने की संभावना केवल क्रॉस वोटिंग पर ही टिकी हुई है.

आम आदमी पार्टी की चिंता

भले ही एमसीडी चुनावों में आम आदमी पार्टी ने भाजपा को हरा दिया हो लेकिन मेयर चुनाव में आप के आगे क्रॉस वोटिंग सबसे बड़ी चुनौती है. आम आदमी पार्टी की ओर से शैली ओबरॉय को मेयर और आले मोहम्मद इकबाल को डिप्टी मेयर का उम्मीदवार बनाया गया है. कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी वोटिंग होने से पहले अपने पार्षदों को पंजाब भेज देगी.

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