नई दिल्ली : जनवरी के पहले सप्ताह को सदन में हुए बड़े बवाल के बाद दिल्ली मेयर चुनाव को टाल दिया गया था. अब दिल्ली नगर निगम चुनाव के परिणाम आने के 40 दिनों बाद मेयर चुनाव करवाए जाने हैं. इन चुनावों में डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी यानि स्थायी समिति के छह सदस्यों को […]
नई दिल्ली : जनवरी के पहले सप्ताह को सदन में हुए बड़े बवाल के बाद दिल्ली मेयर चुनाव को टाल दिया गया था. अब दिल्ली नगर निगम चुनाव के परिणाम आने के 40 दिनों बाद मेयर चुनाव करवाए जाने हैं. इन चुनावों में डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी यानि स्थायी समिति के छह सदस्यों को भी चुना जाएगा. दिल्ली एलजी ने अब चुनाव की तारीख की घोषणा कर दी है जो 24 जनवरी को करवाए जाएंगे.
ऐसे में अगर 24 जनवरी को दिल्ली नगर निगम मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के छह सदस्यों के का चुनाव करवाया जाता ही तो एलजी और दिल्ली सरकार के मध्य चल रही दरार में कुछ कमी देखी जा सकती है. बता दें, बीते दिनों दिल्ली के उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने एलजी को एक प्रस्ताव में चुनाव की 4 तारीखों पर विचार करने को कहा था. इन्हीं चार विकल्पों में से एक 24 जनवरी भी था जिसपर अब एलजी ने हामी भर दी है.
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के प्रस्ताव के अनुसार मेयर चुनाव के लिए ये तारीखें 18, 20, 21 और 24 जनवरी दी गई थीं. दरअसल दिल्ली नगर निगम ने मेयर चुनाव कराने का प्रस्ताव निर्वाचित सरकार के पास भेजा था. इस प्रस्ताव में 30 जनवरी की तारिख दी गई थी. हालांकि दिल्ली सरकार इसमें और जल्दबाज़ी चाहती थी. दिल्ली सरकार की ओर से उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अनुरोध करते हुए कहा था कि एमसीडी पिछले आठ महीनों से बिना मेयर के काम कर रही है इसलिए और देर करना ठीक नहीं।
गौरतलब है कि इसी महीने की शुरुआत में 7 जनवरी को ही दिल्ली मेयर चुनाव होना था. हालांकि इस दौरान भाजपा और आम आदमी पार्टी के पार्षदों के बीच तीखी झड़प हो गई थी. इस पूरे हंगामे के बाद दिल्ली मेयर चुनाव को स्थगित करना पड़ा था. व्यवधान के चलते कार्यवाही में लगातार मेयर का चुनाव नहीं हो सका. बता दें, दिल्ली मेयर चुनाव में 250 चुने हुए पार्षदों को वोट करना है. इसके अलावा 7 लोकसभा सांसद, 3 राज्यसभा सांसद और मनोनीत लोगों में 14 विधायक भी होंगे. ये विधायक दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष की सहमति पर बनाए गए हैं.