नई दिल्ली: दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में राज्यसभा सदस्य संजय सिंह की गिरफ्तारी में दिनेश अरोड़ा को प्रमुख कड़ी माना जा रहा है। इस मामले में संजय सिंह की गिरफ्तारी के बाद गिरफ्तार आरोपितों की संख्या लगभग 20 हो गई है। शराब नीति घोटाला के मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को […]
नई दिल्ली: दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में राज्यसभा सदस्य संजय सिंह की गिरफ्तारी में दिनेश अरोड़ा को प्रमुख कड़ी माना जा रहा है। इस मामले में संजय सिंह की गिरफ्तारी के बाद गिरफ्तार आरोपितों की संख्या लगभग 20 हो गई है। शराब नीति घोटाला के मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को 11 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि बुद्धवार को सुबह 6:30 बजे ही ईडी की टीम 125-नार्थ एवेन्यू स्थित संजय सिंह के सरकारी आवास पर पहुंची थी।
ईडी ने लंबी पूछताछ के बाद शाम को संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इस बात की सूचना ईडी ने दी। शराब नीति घोटाला के मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत 13 आरोपितों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।संजय लिंह को बृहस्पतिवार को कोर्ट में पेश कर ईडी लंबी पूछताछ के लिए कस्टडी रिमांड लेने का प्रयास करेगी।
आबकारी घोटाला के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार को राउज एवेन्यू कोर्ट ने दो आरोपित राघव मगुंटा और कारोबारी दिनेश अरोड़ा को सरकारी गवाह बनने की अनुमति दी थी। राघव मगुंटा वाइएसआर कांग्रेस के सांसद मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी का बेटा है। अरबिंदो फार्मा के निदेशक शरद रेड्डी आबकारी घोटाला मामले में पहले ही सरकारी गवाह बन चुका है।
दिनेश अरोड़ा और राघव मगुंटा पिछले कुछ समय से जमानत पर बाहर हैं। बता दें कि इस मामले में अबतक तीन आरोपित सरकारी गवाह बन चुके हैं। वहीं संजय सिंह की बात करें तो आबकारी घोटाला के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दायर आरोप पत्र में उनका नाम इसलिए है, क्योंकि दिनेश अरोड़ा समेत कई आरोपितों ने संजय सिंह पर आरोप लगाए हैं। वहीं संजय सिंह का गिरफ्तारी का मुख्य कारण दिनेश अरोड़ा का बयान माना जा रहा है।