नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आई बाढ़ ने दिल्ली वासियों को मुसीबत में डाल दिया था. यमुना के बढ़ते जलस्तर ने दिल्ली के निचले इलाके को अपने चपेट में ले लिया था. यमुना के जलस्तर ने पिछले 4 दशक का रिकॉर्ड तोड़ते हुए इस बार भारी तबाही मचाई. फिलहाल यमुना का जलस्तर खतरे के […]
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आई बाढ़ ने दिल्ली वासियों को मुसीबत में डाल दिया था. यमुना के बढ़ते जलस्तर ने दिल्ली के निचले इलाके को अपने चपेट में ले लिया था. यमुना के जलस्तर ने पिछले 4 दशक का रिकॉर्ड तोड़ते हुए इस बार भारी तबाही मचाई. फिलहाल यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है और इसमें लगातार कमी देखी जा रही है. अब दिल्ली की केजरीवाल सरकार एक सर्वे करा रही है. इस सर्वे के बाद बाढ़ पीड़ित परिवारों को चिन्हित किया जाएगा और उनको 10-10 हजार रुपए दिया जाएगा.
दिल्ली की बाढ़ ने लोगों को बहुत नुकसान पहुंचाया है. कई लोगों को अपने घरों को छोड़कर सरकार द्वारा बनाए गए राहत शिविर में शिफ्ट होना पड़ा. बाढ़ पीड़ित लोगों को कहीं टेंट तो कहीं सरकारी स्कूलों की इमारतों में रखा गया. वहीं इसी बीच दिल्ली सरकार ने बाढ़ पीड़ितों को 10-10 हजार मुआवजा देने का बड़ा ऐलान कर दिया है.
बता दें कि दिल्ली सरकार ने बाढ़ से प्रभावित हुए लोगों के लिए खाने-पीने के साथ-साथ मेडिकल की सुविधा भी मुहैया करा रही है. गौरतलब है कि शुरुआत में दिल्ली सरकार द्वारा बनाए गए राहत शिविर में लोगों को खाने-पीने की दिक्कतें हो रही थी. इसके बाद सरकार ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिया कि बचाव राहत शिविर में जाकर लोगों दी जाने वाली मूलभूत सुविधाओं का ध्यान रखे. लोगों को हो रही परेशानी की जांच करें.