नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना की रफ़्तार कम होने का नाम नहीं ले रही है जहां गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में 800 से अधिक नए मामले दर्ज़ किए गए हैं. पिछले 24 घंटों की बात करें तो दिल्ली में कोरोना संक्रमण के 865 नए मामले सामने आए हैं. इस दौरान 7 मरीजों ने कोरोना से […]
नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना की रफ़्तार कम होने का नाम नहीं ले रही है जहां गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में 800 से अधिक नए मामले दर्ज़ किए गए हैं. पिछले 24 घंटों की बात करें तो दिल्ली में कोरोना संक्रमण के 865 नए मामले सामने आए हैं. इस दौरान 7 मरीजों ने कोरोना से दम भी तोड़ा है. वहीं पिछले मामलों को मिला दिया जाए तो अब दिल्ली में एक्टिव मरीजों की संख्या 4279 हो गई है. इस समय दिल्ली में संक्रमण दर 16.90% हो गई है. पिछले 24 घंटों में दिल्ली में कुल 5117 कोरोना टेस्ट किए गए हैं जहां बीते एक दिन में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 1289 रही. राहत की बात ये है कि दिल्ली में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या नए मामलों से अधिक है लेकिन खतरा अभी भी ज्यों का त्यों ही बना हुआ है.
#COVID19 | Delhi witnesses further dip in Covid cases, reports 865 fresh cases and three deaths in the last 24 hours where the primary cause is Covid.
Positivity rate stands at 16.90%; active cases at 4,279. pic.twitter.com/VZEaPYqHns
— ANI (@ANI) April 27, 2023
देशभर में जहां कई राज्यों में कोरोना के नए मामलों में कमी देखी जा रहे है वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. एक दिन पहले यानि बुधवार (25 अप्रैल) को भी राजधानी में कोरोना का आंकड़ा 1 हजार को पार कर गया. राजधानी दिल्ली में कोरोना के 1040 नए मामले सामने आए थे. हैरानी की बात तो ये है कि कोरोना के मामलों के साथ-साथ इस बार मौत का आंकड़ा भी बढ़ा जहां एक बार फिर केवल दिल्ली से 7 कोरोना मरीजों की मौत हुई है. इसी के साथ अब दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर 21.16% हो गई थी जो अब घटकर 16.90% हो गई है.
भारत में एक नया वैरिएंट आर्कटुरस (Arcturus) तेजी से फैल रहा है जिसे काफी खतरनाक बताया जा रहा है. मार्च 2023 के अंत में WHO की कोविड टेक्निकल लीड मारिया वैन केरखोव ने कहा था, ‘इस नए वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में अत्यधिक म्यूटेशन है जो काफी संक्रामक है और बीमारी को बढ़ा सकता है. यह अब तक का सबसे खतरनाक और तेजी से फैलने वाला वैरिएंट है.
ओमिक्रॉन के 600 से अधिक सब वैरिएंट में से एक ये आर्कटुरस वैरिएंट XBB.1.16 है. पहली बार ये वैरिएंट जनवरी में पाया गया था. राजनारायणन (Rajendram Rajnarayanan) जो कि न्यू यॉर्क इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी शो के मेंबर हैं के अनुसार आर्कटुरस वैरिएंट अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, कैलिफोर्निया, वाशिंगटन, न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी, टेक्सास और वर्जीनिया समेत 22 देशों में पाया गया है पर इसके ज्यादातर मामले इंडिया में ही पाए गए हैं.
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