दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट के मामले में आखिरकार चुप्पी तोड़ते हुए वीडियो के जरिए बयान जारी किया है. वीडियो में अरविंद केजरीवाल ने अपना बचाव करते हुए कहा है कि वे जिद्दी तो हो सकते हैं लेकिन कभी भी हिंसात्मक रूप नहीं ले सकते हैं.
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट के मामले में आखिरकार चुप्पी तोड़ते हुए बयान जारी किया है. इस मामले में एक वीडियो के जरिए केजरीवाल ने अपना बचाव करते हुए कहा है कि वे जिद्दी तो हो सकते हैं लेकिन कभी भी हिंसात्मक रूप नहीं ले सकते हैं. इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि हिंसा कायर लोग करते हैं और हम वो कायर नहीं हैं. बता दें कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मारपीट के आरोप में आम आदमी पार्टी के दो विधायक प्रकाश जारवाल और अमानतुल्ला खान जेल में बंद हैं. दोनों विधायकों को कोर्ट से राहत नहीं मिली है.
मिली जानकारी के मुताबिक, मुख्य सचिव के साथ मारपीट को लेकर अरविंद केजरीवाल ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है और बचाव करते नजर आएं हैं. वहीं दूसरी तरफ अधिकारियों ने कामकाज को लेकर भी मुश्किलें खड़ी कर रखी हैं. दरअसल IAS एसोसिएशन ने इस मामले पर सीएम केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने के लिए कहा था. ऐसे में अरविंद केजरीवाल की ओर से आने वाला यह बयान शायद इसी मामले का संकेत दे रहा है.
बताते चलें कि बीते दिनों मुख्य सचिव अंशु प्रकाश मीटिंग के लिए केजरीवाल के आवास गए थे. उस दौरान उनके साथ आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्ला खान और प्रकाश जारवाल ने बदसलूकी और मारपीट की थी. जिस समय यह घटना हुई उस समय सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया वहां पर मौजूद थे. आरोप है कि केजरीवाल और सिसोदिया ने अपने विधायकों को रोकने का जरा भी प्रयास नहीं किया. मुख्य सचिव की शिकायत के बाद दिल्ली पुलिस ने आरोपी विधायकों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
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