नई दिल्लीः इन दिनों दिल्ली की हवा देश में सबसे प्रदूषित इलाकों में गिनी जा रही है। दिवाली से पहले बूंदाबांदी से प्रदूषण से राहत भी मिली, लेकिन 13 नवंबर के बाद दिल्ली समेत एनसीआर के इलाकों की हवा का स्तर बुरी तरह बिगड़ता चला गया। मौजूदा वक्त में दिल्ली की हवा खराब श्रेणी में […]
नई दिल्लीः इन दिनों दिल्ली की हवा देश में सबसे प्रदूषित इलाकों में गिनी जा रही है। दिवाली से पहले बूंदाबांदी से प्रदूषण से राहत भी मिली, लेकिन 13 नवंबर के बाद दिल्ली समेत एनसीआर के इलाकों की हवा का स्तर बुरी तरह बिगड़ता चला गया। मौजूदा वक्त में दिल्ली की हवा खराब श्रेणी में आ गई है।बात करें एनसीआर इलाकों की तो यहां भी हालात सही नहीं हैं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार सुबह पांच बजे तक वायु गुणवत्ता का स्तर 400 से ऊपर रहा। आनंद विहार में एक्यूआई 387, आरके पुरम में 416, पंजाबी बाग में 423 और आईटीओ में 344 रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, आगामी कुछ दिनों में दिल्ली-एनसीआर के मौसम में फिर से बदलाव होना मुमकिन है।
विश्व स्तर पर देखें तो दिल्ली अब प्रदूषण के मामले में पहले नंबर पर आ चुकी है। विश्व के सबसे प्रदूषित 110 राष्ट्रों की लिस्ट में देश के तीन शहर शामिल हुए हैं। इनमें दिल्ली,कोलकाता और मुंबई हैं। स्विस फर्म आईक्यूएयर की लाइव रैंकिंग में 22 नवंबर को राजधानी दिल्ली पहले नंबर पर है। AQI की लाइव रैंकिंग देखने से पता चलता है कि 341 एक्यूआई के साथ दिल्ली पूरी दुनिया में सबसे प्रदूषित शहर बन गया है।
जहांगीरपुरी – 426
अलीपुर-415
बवाना – 443
द्वारका सेक्टर आठ- 409
मुंडका – 424
जहांगीरपुरी-434
वजीरपुर – 400
विवेक विहार-418
सोनिया विहार-416
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को अच्छी श्रेणी में रखा जाता है। वहीं, 51 और 100 के बीच एक्यूआई को ‘संतोषजनक’,और 101 और 200 के बीच एक्यूआई ‘मध्यम’ माना जाता है तो 201 और 300 के बीच एक्यूआई को खराब श्रेणी में गिना जाता है। यदि एक्यूआई 301 और 400 के बीच आता है तो यह सबसे खराब माना जाता जाता है। 450 से ऊपर दर्ज एक्यूआई को गंभीर प्लस श्रेणी में रखा जाता है।