नई दिल्ली: वायु प्रदूषण को नियंत्रण रखने के लिए एंटी स्मॉग गन से पानी का छिड़काव किया जाता है, लेकिन दस हजार लीटर पानी की क्षमता होने के कारण इसे एक से डेढ़ घंटे बाद इसमें दोबार पानी भरना पड़ता है. इस बात को ध्यान में रखते हुए एनडीएमसी ने 17 हजार लीटर की क्षमता […]
नई दिल्ली: वायु प्रदूषण को नियंत्रण रखने के लिए एंटी स्मॉग गन से पानी का छिड़काव किया जाता है, लेकिन दस हजार लीटर पानी की क्षमता होने के कारण इसे एक से डेढ़ घंटे बाद इसमें दोबार पानी भरना पड़ता है. इस बात को ध्यान में रखते हुए एनडीएमसी ने 17 हजार लीटर की क्षमता वाली टैंक के साथ एक एंटी स्मॉग गन पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शामिल किया है. अब इससे 3 घंटे तक लगातार पानी का छिड़काव हो सकेगा।
एनडीएमसी के मुताबिक पानी की टंकी की क्षमता कम होने के कारण इसके भरने और फिर से छिड़काव प्वाइंट पर लौटने में समय लगता था और इसी के चलते छिड़काव करने में काफी समय लगता था, लेकिन अब पानी की टंकी की क्षमता बढाने से समय का बचत होगा. इस संबंध में एनडीएमसी के अधिकारी ने बताया कि 17 हजार लीटर पानी की क्षमता होने के साथ वाहन पर लगी एंटी स्मॉग गन 45 डिग्री तक ऊपर एवं नीचे की तरफ 220 डिग्री तक घुमाया जा सकता है. इससे झाड़ियों के अलावा अन्य स्थानों को भी धोने में सहायता मिलेगी।
इसके नोजल से अब 50 मीटर तक पानी फेंका जा सकता है. चार से पांच कर्मियों द्वारा दो शिफ्ट में करीब 70 किलोमीटर तक पानी का छिड़काव कर सकेगी. एनडीएमसी के पास 5 से 10 हजार क्षमता वाले 18 पानी के टेंकर पहले से ही तैनात है. यह वाहन प्रतिदिन दो से तीन बार पानी का छिड़काव एनडीएमसी इलाके में कर रहे हैं।
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