Rajasthan children Death: राजस्थान में 4 बच्चों की डूबने से मौत…17 घंटे से थे गायब

जयपुर: राजस्थान से एक सनसनी खेज खबर सामने आई है. यहां जोधपुर शहर के कालीबेरी क्षेत्र में पत्थर की खान में भरे पानी में नहाने गए 4 बच्चों की डुबने से मौत हो गई। दोनों बच्चों के परिवार क्षेत्र में ही पत्थरों की खान में काम करते हैं। पुलिस ने बताया कि पाक विस्थापितों की […]

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Rajasthan children Death: राजस्थान में 4 बच्चों की डूबने से मौत…17 घंटे से थे गायब

Girish Chandra

  • May 10, 2022 2:16 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

जयपुर: राजस्थान से एक सनसनी खेज खबर सामने आई है. यहां जोधपुर शहर के कालीबेरी क्षेत्र में पत्थर की खान में भरे पानी में नहाने गए 4 बच्चों की डुबने से मौत हो गई। दोनों बच्चों के परिवार क्षेत्र में ही पत्थरों की खान में काम करते हैं। पुलिस ने बताया कि पाक विस्थापितों की बस्ती से रमेश भील का बेटा पूनमचंद(8) व युवराज(5) के अलावा गोविन्द भील का बेटा टीकम(12) व गोपाल(8) सोमवार दोपहर 2 बजे से गायब थे। शाम तक उनके घर नहीं लौटने पर परिवार वालों ने पहले अपने स्तर पर उनकी खोजबीन की। लेकिन, बच्चों का कहीं पता नहीं चला। वहीं , क्षेत्र में तीन चार स्थान पर शादी थी। ऐसे में परिजन यह मानकर बैठ गए कि बच्चे क्षेत्र में किसी शादी समारोह में चले गए होंगे, अपने आप वापस लौट आएंगे।लेकिन ऐसा नही होने से परिजन परेशान हो गए और फिर परिजन ने पास के इलाके वाले थाने में जाकर सूचना दी। सुबह पुलिस ने गोताखोर की मदद से चारों के शव बाहर निकाले। दोनों परिवार आपस में रिश्तेदार है और पाक विस्थापित परिवार है।

गहराई में फंस गए थे बच्चो के शव

मंगलवार सुबह किसी व्यक्ति ने कालीबेरी क्षेत्र में पत्थर की खान में भरे पानी के ऊपर एक बच्चे का शव सुबह 7 बजे तैरते देखा। इस पर आस-पास के लोग शामिल हो गए। उन्होंने बताया कि इनमें एक रमेश का बेटा पूनमचंद है। इस बीच पुलिस भी मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों व गोताखोर की मदद से बच्चों के शवों को खोजना शुरू किया गया. करीब 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद चारों के शव बाहर निकाले गए । पुलिस ने बताया कि तीनों के शव गहराई में फंस गए थे। इस घटना के बाद सीएम अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर दुःख व्यक्त किया है.

विस्थापितों की बस्ती में मचा कोहराम

कालीबेरी क्षेत्र में पाक विस्थापितों की बस्ती में करीब तीन सौ परिवार निवास करते है। बस्ती के चार बच्चों की एक साथ मौत होने की सूचना पहुंचते ही वहां कोहराम मच गया। मृतकों के परिजनों के साथ बड़ी संख्या में लोग घटना स्थल पर पहुंचे। घटना स्थल पर विलाप करते परिजनों को बड़ी मुश्किल से लोगों ने संभाला। रमेश का परिवार 1998 में जोधपुर आया था। उन्हें यहां की नागरिकता मिल चुकी थी। वहीं गोविंद भील का परिवार 2015 में जोधपुर आया था। उसे नागरिकता मिलना बाकी है।”

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