लखनऊ: लोकसभा चुनाव से पहले नेताओं के दल बदलने की प्रक्रिया तेज हो गई है इसी क्रम में पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान ने सपा की सदस्यता के साथ विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है. वह मऊ जिले के घोसी विधानसभा से सपा के टिकट पर MLA चुने गए थे, 18 माह […]
लखनऊ: लोकसभा चुनाव से पहले नेताओं के दल बदलने की प्रक्रिया तेज हो गई है इसी क्रम में पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान ने सपा की सदस्यता के साथ विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है. वह मऊ जिले के घोसी विधानसभा से सपा के टिकट पर MLA चुने गए थे, 18 माह बाद आज दोपहर 12 बजे लखनऊ में भाजपा पार्टी कार्यालय पर सदस्यता ग्रहण की.
सोमवार को दारा सिंह चौहान ने यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से मुलाकात की. इसके बाद भाजपा कार्यालय पहुंचे वहां भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस दौरान यूपी के दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक भी मौजूद रहे. उन्होंने दारा सिंह चौहान के पार्टी में शामिल होने पर खुशी जाहिर की और पार्टी में उनका स्वागत किया.
दारा सिंह ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत बसपा से की थी. वह साल 1996 व 2000 में बसपा राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं. इसके अलावा वह 2009 में बसपा के ही टिकट पर घोसी से लोकसभा चुनाव जीते और फिर बसपा उनका मोह भंग हो गया और उन्होंने फरवरी 2015 में दिल्ली में भाजपा का दामन थाम लिया. वर्ष 2017 में वह मधुबन से भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने , लेकिन वर्ष 2022 में भाजपा को OBC विरोधी बताकर सपा के साथ हो गए और सपा टिकट पर घोसी से विधायक चुने गए ,लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर भाजपा में शामिल हो गए हैं.
पिछले साल 2022 विधानसभा चुनाव के ठीक पहले सपा में शामिल हुए थे तब इसे सपा ने बड़ी सफलता के रूप में प्रचारित किया था. OBC वर्ग के (नोनिया जाति) से आने वाले दारा सिंह चौहान मऊ और आजमगढ़ में अपने जाति के लोगों में खासा प्रभाव रखते हैं. लोकसभा चुनाव से पहले उनका पार्टी छोड़ना सपा के लिए झटका माना जा रहा है.
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