बिहार के नांलदा के एक गांव से चौंका देने वाला मामला सामने आया है, जहां दलित महिला का गैंगरेप का विरोध करने पर आग में झुलसा दिया गया. चौधरी बताए जा रहे आरोपियों के खिलाफ अभी तक कोई केस दर्ज नहीं हुआ है.
पटना: बिहार से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां दलित महिला के गैंगरेप का विरोध करने पर जिंदा जला दिया गया. ये चौंका देने वाला मामला बिहार के पुरन बीघा का है. यह इलाका नालंदा के पास पड़ता है. जहां दलित महिला अपनी जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 80-90 प्रतिशत आग में झुलस गई है. डॉक्टर ने बताया कि महिला की हालत काफी गंभीर है.
पीएमसीएच एसपी राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि महिला का शरीर 90 प्रतिशत आग में झुलस गया है जिसकी वजह से दलित महिला की हालत नाजुक बनी हुई है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अभी तक इस मामले में किसी तरह की एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. पीड़िता को पहले बिहारशरीफ जिले अस्पताल में भर्ती किया गया था लेकिन बाद में दलित महिला को पीएमसीएच रेफर कर दिया गया.
मीडिया के अनुसार पीड़िता ने बताया कि उसका पति शंकर मांझी तमिलनाडु में काम करता है. मेरे पति घर पर नहीं होता इसी का फायदा उठा कर आरोपियों ने गैंगरेप करने की कोशिश की. वह इससे पहले भी कई बार मेरा पीछा करते थे. बीते सोमवार रात को आरोपी रंजीत दो दोस्तों के साथ मिलकर जबरन घर में घुस आए और रेप करने की कोशिश की. मेरे विरोध करने पर एक आरोपी ने मेरा मुंह कपड़े से बांधा और अन्य ने केरोसिन डाल कर आग लगा दी. पीड़िता की मां ने बताया कि आरोपी चौधरी थें.
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