महाराष्ट्र में ‘दही हांडी’ को मिला खेल का दर्जा, अब सरकारी नौकरी में मिलेगा स्पोर्ट्स कोटा

मुंबई, महाराष्ट्र सरकार ने जन्माष्टमी से पहले राज्य की जनता को एक बहुत ख़ास तोहफा दिया है, दरअसल राज्य सरकार ने अब ‘दही हांडी’ को साहसिक खेल का दर्जा देने का फैसला किया है, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को विधानसभा में दही हांड़ी को खेल का दर्जा दिए जाने का ऐलान किया. महाराष्ट्र में […]

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महाराष्ट्र में ‘दही हांडी’ को मिला खेल का दर्जा, अब सरकारी नौकरी में मिलेगा स्पोर्ट्स कोटा

Aanchal Pandey

  • August 18, 2022 7:57 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

मुंबई, महाराष्ट्र सरकार ने जन्माष्टमी से पहले राज्य की जनता को एक बहुत ख़ास तोहफा दिया है, दरअसल राज्य सरकार ने अब ‘दही हांडी’ को साहसिक खेल का दर्जा देने का फैसला किया है, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को विधानसभा में दही हांड़ी को खेल का दर्जा दिए जाने का ऐलान किया. महाराष्ट्र में दही हांडी एक लोकप्रिय त्योहार है जिसमें हवा में लटके दही से भरे मिट्टी के बर्तन (हांडी) को तोड़ने के लिए लोग पिरामिड बनाते हैं, कई बार पिरामिड की हाइट काफी ऊंची होती है और वहां ऊपर चढ़े ‘गोविंदा’ को नीचे गिरने की वजह से कई बार चोट भी आती है. सरकार ने इन गोविंदा के लिए भी 10 लाख का इश्योरेंस देने का भी ऐलान किया है.

चोट लगने पर मिलेगा मुआवजा

दही हांडी खेल के युवा प्रतिभागियों को गोविंदा कहा जाता है और इन गोविंदा को सरकारी नौकरियों में आवेदन के दौरान अलग से स्पोर्ट्स कोटा भी दिया जाएगा. दही हांडी के त्योहार को मनाते वक्त घायल होने वाले खिलाड़ियों या फिर उनके परिवारों को मुआवजा भी दिया जाएगा, मुख्यमंत्री शिंदे ने त्योहार से एक दिन पहले कहा कि इस साल बिना किसी पाबंदी के जन्माष्टमी का ये पर्व धूम-धाम से मनाया जाएगा.

शिंदे ने विधानसभा में कहा, ‘महाराष्ट्र सरकार ने दही हांडी उत्सव के लिए बनाए जाने वाले ह्यूमन पिरामिड को साहसिक खेल के रूप में मान्यता देने का फैसला किया है, वहीं इस मान्यता के साथ पर्व में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ी स्पोर्ट्स कोटा के तहत सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन भी कर सकेंगे.’

कब है जन्माष्टमी ?

श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. अष्टमी तिथि आज रात 9 बजकर 20 मिनट से शुरू होगी और 19 अगस्त की रात 10 बजकर 59 मिनट तक रहेगी, ऐसे में जन्माष्टमी कई जगहों पर आज ही मनाई जाएगी क्योंकि अष्टमी तिथि का उदया आज रात 12 बजे है और श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी की उदया में हुआ था.

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