नई दिल्ली. बंगाल की खाड़ी में बने तूफान ‘जवाद’ को लेकर आंध्र प्रदेश व ओडिशा में विशेष तौर पर सतर्कता बरती जा रही है.तूफान से पश्चिम बंगाल, ओडिशा व आंध्र प्रदेश समेत आसपास के राज्यों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का अनुमान है. आइएमडी के डीजी के मुताबिक तटीय क्षेत्रों में पेड़ों की शाखाएं टूट कर […]
नई दिल्ली. बंगाल की खाड़ी में बने तूफान ‘जवाद’ को लेकर आंध्र प्रदेश व ओडिशा में विशेष तौर पर सतर्कता बरती जा रही है.तूफान से पश्चिम बंगाल, ओडिशा व आंध्र प्रदेश समेत आसपास के राज्यों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का अनुमान है. आइएमडी के डीजी के मुताबिक तटीय क्षेत्रों में पेड़ों की शाखाएं टूट कर गिर सकती है और बड़े पैमाने पर खड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है.
पिछले दिनों जिस तरह से बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान जवाद से हड़कंप मच गया था. जिसके बाद पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश व झारखंड समेत तमाम जगहों पर एनडीआरएफ की टीमें अलर्ट मोड में आ गई थी. और ऐसी आशंका जताई जा रही थी कि तूफान भारी नुकसान कर सकता है. अब खबर आ रही है कि बंगाल की खाड़ी में बना यह चक्रवाती तूफान जवाद कुछ कमजोर पड़ा है. मौसम विज्ञानियों के मुताबिक जवाद समुद्र के भीतर कमजोर होकर अब चार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर व उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ बढ़ रहा है. पहले इसकी गति 60 से लेकर 110 किलोमीटर प्रतिघंटा होने का अनुमान जताया गया था. अब बताया जा रहा है कि गति कम होने के कारण अब चक्रवात निम्न दबाव के रूप में रविवार दोपहर पुरी तट से टकराने वाला है.
वहीँ, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने आज कहा कि चक्रवाती तूफान जवाद फसलों को नुकसान पहुंचा सकता है. इसके साथ ही इस तूफ़ान के चलते आज आंध्र प्रदेश-ओडिशा में तेज बारिश हो सकती है. इसके अलावा तटीय क्षेत्रों में पेड़ों की शाखाएं टूट कर गिर सकती है. घास-फूस के घर भी तूफान से प्रभावित हो सकते हैं. खड़ी फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान की आशंका है.