नई दिल्ली, Covid Vaccine: भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने कोविड-19 रोधी ‘कोविशील्ड’ और ‘कोवैक्सीन’ के खुले बाज़ारों में बिक्री की अनुमति दे है. यानि अब कोरोना रोधी टीका कोविशील् और कोवैक्सीन बाज़ारों में भी उपलब्ध होंगे, टीका खरीद कर लोग क्लिनिक और अस्पताल में इसे लगवा सकते हैं. हालांकि, अस्पतालों को हर छह महीने पर DCGI को अपने यहाँ हुई वैक्सीनेशन की रिपोर्ट सौंपनी होगी.
कोरोना की बेकाबू रफ्तार को रोकने के लिए अगर सबसे ज्यादा कारगर कुछ है तो वो है वैक्सीन. अब भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने कोरोना रोधी टीके के क्लिनिक और अस्पतालों में बिक्री की मंजूरी दे दी है. नए औषधि और नैदानिक परीक्षण नियम, 2019 के तहत टीके के बिक्री की मंजूरी दी गई है. शर्तों के मुताबिक, फर्मों को क्लीनिकल परीक्षणों का डेटा प्रस्तुत करना होगा. टीकाकरण के बाद होने वाले प्रतिकूल प्रभावों पर नजर रखी जाएगी.
नए औषधि और नैदानिक परीक्षण नियम के तहत एमर्जेंसी यूज ऑथराइजेशन में 15 दिन में सेफ्टी डाटा डीसीजीआई को देना होता है. अब कंडीशनल मार्केट अप्रूवल के तहत अस्पतालों और क्लिनिक्स को 6 महीने का डाटा नियामक को सबमिट करना होगा. साथ ही, कोविन (Co-Win) पर इसकी जानकारी भी देनी होगी. इससे पहले, अमेरिका में फाइजर (pfizer) और ब्रिटेन में एस्ट्रेजनेका को कंडीशनल मार्केट अप्रूवल दिया गया है.
देश के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने साफ़ किया है कि भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने कोविड-19 रोधी ‘कोविशील्ड’ और ‘कोवैक्सीन’ के खुले बाज़ारों में बिक्री की अनुमति के बाद भी देश का कोरोना वैक्सीनेशन अभियान जस का तस बना रहेगा और लोगों को मुफ्त वैक्सीन लगाई जाएगी.
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