नई दिल्ली: 28 अक्टूबर को धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा. धनतेरस के साथ ही दिवाली का आगाज़ हो जाएगा. दिवाली के दौरान 5 दिनों तक लक्ष्मी-गणेश के साथ-साथ कुबेर और यम की पूजा की जाती है. दिवाली के दिन खासतौर पर धन के देवता कहे जाने वाले कुबेर जी की पूजा अर्चना की जाती है. […]
नई दिल्ली: 28 अक्टूबर को धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा. धनतेरस के साथ ही दिवाली का आगाज़ हो जाएगा. दिवाली के दौरान 5 दिनों तक लक्ष्मी-गणेश के साथ-साथ कुबेर और यम की पूजा की जाती है. दिवाली के दिन खासतौर पर धन के देवता कहे जाने वाले कुबेर जी की पूजा अर्चना की जाती है. तो आज हम आपको देश के सबसे प्रसिद्ध कुबेर मंदिरों के बारे में बताते हैं.
उत्तराखंड में देश का सबसे प्राचीन कुबेर मंदिर हैं. यह मंदिर अल्मोड़ा से लगभग 40 किलोमीटर दूरी पर है. बता दें आपको कि ये मंदिर जागेश्वर धाम के अंदर आता है. हर साल धनतेरस और दिवाली के दिन यहां पर लोगों की भीड़ उमड़ती है. मान्यता है कि दिवाली और धनतेरस के दिन जो भी इस मंदिर में आता है. वह खाली हाथ नहीं लौटता है.
गुजरात के वडोदरा से करीब 60 किलोमीटर दूर एक कुबेर मंदिर काफी फेमस है. कहा जाता है कि ये कुबेर भंडारी मंदिर 2500 साल से भी अधिक पुराना है. बता दें ये मंदिर नर्मदा नदी के किनारे मौजूद है. धनतेरस और दिवाली पर लोगों की खूब भीड़ लगती है. यहां जो इस दिन दर्शन करने आता है. वो खाली हाथ वापस नहीं लौटता है.
मध्य प्रदेश में कुबेर की तीन मंदिर है. तीनों मंदिर उज्जैन और खंडवा मंदसौर में हैं. परंतु इन तीनों मंदिर में सबसे ज्यादा भीड़ खंडवा के कुबेर मंदिर में होता है, ये मंदिर ओंकारेश्वर में स्थित है. मान्यता है कि खंडवा के कुबेर मंदिर में केवल दर्शन मात्र से ही परेशानियां दूर हो जाती हैं.
ये भी पढ़े: कुछ नहीं बचता, शेविंग कराने पहुंचे राहुल गांधी को नाई ने सुनाया दुखड़ा