September 22, 2024
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ब्लैक मनी को व्हाइट कराना पड़ा महंगा, रास्ते से 5 करोड़ गायब

गांधीनगर: गुजरात के सूरत के एक कपड़ा कारोबारी को ब्लैक के 5 करोड़ रुपये व्हाइट कराना महंगा पड़ गया. दरअसल आरटीजीएस के माध्यम से 5 करोड़ ट्रांसफर करके ब्लैक मनी को व्हाइट मनी में बदलने से पहले ही बदमाशों ने कैश से भरा बैग लेकर फरार हो गए. हालांकि बाद में पुलिस ने अलग-अलग जगहों से 5 आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है. इनके पास से लूटी गई रकम में से 4 करोड़ 54 लाख रुपये बरामद कर लिए गए हैं. वहीं इस मामले में अभी कुछ आरोपी फरार भी चल रहे हैं, जिनकी पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है.

कैश से भरा बैग लेकर फरार

वहीं सूरत के डीसीपी भावेश रोजिया ने इस संबंध में कहा कि बुजुर्ग व्यापारी हरीश वांकावला, जो ब्लैक मनी को व्हाइट करने के लिए शुक्रवार दोपहर 2 बजे दो बिचौलियों शैलेंद्र और श्रीकांत जोशी के साथ घर से निकले थे. उन्होंने अपनी मोटी रकम को आरटीजीएस के जरिए व्हाइट करने का तय किया था. वो अपने बंगले से करीब 100 मीटर दूर जैसे ही पहुंचे तभी एक सफेद कलर की इनोवा कार उनके पास आई, जिसमें चार लोग सवार थे. ये लोगों ने बुजुर्ग व्यापारी से कैश से भरा बैग छीन लिया. बदमाशों ने शैलेंद्र और श्रीकांत को भी अपनी कार में जबरदस्ती बैठा लिया और फरार हो गया.

सूचना के बाद पुलिस ने की नाकेबंदी

इसके बाद बुजुर्ग व्यापारी ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया. वहीं लूट की बात सुनते ही सूरत पुलिस हरकत में आ गए. पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत जांच शुरू कर दी. इसके बाद जांच में पता चला कि एक सफेद कलर की इनोवा मुंबई की तरफ जा रही है. तभी एक बिचौलिये श्रीकांत जोशी का फोन आया कि उसे बदमासों ने नवसारी के पास गाड़ी से उतार दिया है. इसके बाद श्रीकांत जोशी ने पुलिस को आरोपियों के हुलिए के बारे में बताया. इसी दौरान इनोवा गाड़ी वलसाड के टोल प्लाजा के पास दिखी और पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया. वहीं कुछ आरोपी भी फरार बताए जा रहे हैं जिनकी तलाश की जा रही है.

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