कांग्रेस बदलेगी अपना चुनाव चिन्ह, जल्द रखेगी जलेबी छाप, जाने यहां आखिर क्यों हुआ ऐसा!

हरियाणा: हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं. वहीं इस चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. हालांकि बीजेपी 48 सीटें जीतकर तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. वहीं कांग्रेस 37 सीटों पर सिमट गई. वहीं देखा जाए तो बीजेपी में जश्न का माहौल है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस […]

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कांग्रेस बदलेगी अपना चुनाव चिन्ह, जल्द रखेगी जलेबी छाप, जाने यहां आखिर क्यों हुआ ऐसा!

Zohaib Naseem

  • October 12, 2024 6:03 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 month ago

हरियाणा: हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं. वहीं इस चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. हालांकि बीजेपी 48 सीटें जीतकर तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. वहीं कांग्रेस 37 सीटों पर सिमट गई. वहीं देखा जाए तो बीजेपी में जश्न का माहौल है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और शीर्ष नेता चुनाव में हार पर मंथन कर रहे हैं.

 

दिलचस्पी नहीं है

 

इसको लेकर दिल्ली में एक बैठक बुलाई गई. इधर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी के कुछ नेताओं ने अपने निजी हितों को आगे बढ़ाया है. शुक्रवार को हुई कांग्रेस की इस बैठक पर निशाना साधते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता अनिल विज ने कहा कि राहुल गांधी को हरियाणा विधानसभा चुनाव में कोई दिलचस्पी नहीं है. राहुल गांधी को जलेबी में दिलचस्पी थी. अनिल विज ने कहा, कांग्रेस को अपना चुनाव चिन्ह बदलना चाहिए. इसे जलेबी बनाकर रखना चाहिए. हार को लेकर कांग्रेस में गुटबाजी का दौर देखा जा रहा है. इस पर अनिल विज ने कहा, हमें इनकी सच्चाई पहले दिन से पता है. बीजेपी पहले दिन से ही कह रही है कि वह तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनाने जा रही है. हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार को लेकर कांग्रेस ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई है.

 

नए चेहरे को मिलेगी

 

इस कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद हरियाणा में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी किसी नए चेहरे को मिलेगी. इसके साथ ही कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व नए विधायक दल के नेता का चयन भी कर सकता है. आपको बता दें कि कांग्रेस की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता अनिल विज का कहना है कि हरियाणा की जनता ने कांग्रेस की सारी पोल खोल दी है. अब जनता खामियां निकाल रही है. जनता से बड़ी कोई अदालत नहीं है. जनता का फैसला स्वीकार करना चाहिए.

 

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