मुंबई: महाराष्ट्र चुनाव प्रचार के आखिरी 6 दिनों में कांग्रेस अपनी पूरी ताकत झोंकने वाली है. जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय और प्रदेश कांग्रेस के बड़े चेहरे अगले छह दिनों में करीब नब्बे बैठकें करने वाले हैं. इनमें से करीब 20 सभाएं राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रियंका गांधी की होंगी. राहुल गांधी की मराठवाड़ा, पश्चिमी महाराष्ट्र और उत्तरी महाराष्ट्र में 6 सभाएं होंगी. प्रियंका गांधी बुधवार से महाराष्ट्र में चार सभाएं करेंगी.
वायनाड में वोटिंग के दिन से प्रियंका महाराष्ट्र की कमान संभालेंगी. कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने दस रैलियों की रणनीति बनाई है. कांग्रेस का खास फोकस विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तरी महाराष्ट्र के इलाकों पर रहने वाला है. कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में सबसे ज्यादा डिमांड इमरान प्रतापगढ़ी और सचिन पायलट की है. इमरान की बीस से ज्यादा और पायलट की करीब आठ सभाएं होंगी. तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी और कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया भी प्रचार में नजर आएंगे.
इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले 20 और वरिष्ठ नेता बाला साहेब थोराट 15 बैठकें करेंगे. 17 नवंबर को मुंबई में कांग्रेस, शिवसेना के शीर्ष नेताओं उद्धव ठाकरे और एनसीपी के शरद पवार की संयुक्त बैठक हो सकती है. वहीं कांग्रेस ने महा विकास अघाड़ी की पांच बड़े वादों वाला गारंटी कार्ड 5 करोड़ लोगों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है.हालांकि इसके लिए डोर टू डोर अभियान चलाया जा रहा है. वहीं बीजेपी के ‘बटेंगे तो काटेंगे’ नारे के जवाब में कांग्रेस ने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि वे जनता से उनके मुद्दों पर बात करें और बीजेपी पर असल मुद्दे से भटकाने का आरोप लगाएं.
आखिरी चरण में कांग्रेस ने किसानों के लिए 3 लाख रुपये तक की कर्ज माफी और महिलाओं के लिए 3,000 रुपये प्रति माह कर्ज माफी जैसे आकर्षक वादों को आक्रामक तरीके से उठाने की रणनीति बनाई है. इस रणनीति से कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी को कितना फायदा मिलता है यह तो नतीजे के दिन ही पता चलेगा. हालांकि, कांग्रेस को भरोसा है कि विधानसभा चुनाव में उसका गठबंधन और भी बेहतर प्रदर्शन करेगा क्योंकि लोकसभा चुनाव में उसने 48 में से 31 सीटें जीती थीं.
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