नई दिल्ली। 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा (Ramlala Pran Pratishtha) कार्यक्रम के लिए सभी तैयारियां हो गई है। देश के कई राज्यों में 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा के दिन छुट्री रहने वाली है। वहीं, हिमाचल में भी राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के दिन अवकाश का एलान किया गया है। सीएम सुक्खू […]
नई दिल्ली। 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा (Ramlala Pran Pratishtha) कार्यक्रम के लिए सभी तैयारियां हो गई है। देश के कई राज्यों में 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा के दिन छुट्री रहने वाली है। वहीं, हिमाचल में भी राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के दिन अवकाश का एलान किया गया है। सीएम सुक्खू (CM Sukhu Announced Holiday in Himachal) ने आज ही हिमाचल प्रदेश में छुट्टी की घोषणा की है और सभी लोगों को घरो में दिया जलाने के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रामचरितमानस पाठ में हिस्सा लेते हुए यह घोषणा की। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि जाखू में भी 111 फीट ऊंची भगवान राम की प्रतिमा लगाई जाएगी l रविवार को वो शिमला राम मंदिर में मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर अखंड ज्योत प्रज्वलन के साथ रामचरितमानस पाठ में हिस्सा लेने पहुंचे थे l इस मौके पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंदिर अखंड ज्योत प्रज्वलित की तथा भगवान राम का आशीर्वाद लिया। इस मौके पर अखंड रामचरितमानस पाठ का आयोजन भी किया गया।
अयोध्या में उत्तर प्रदेश पुलिस के 25 हजार जवान अलग-अलग स्थानों पर सुरक्षा का जिम्मा संभाले हुए हैं. इसके साथ ही रामनगरी में NSG, SPG और पैरामिलिट्री फोर्स के 150 जवान तैनात किए गए हैं. राम मंदिर और उसके आस-पास के परिसर के हर कोने में CCTV कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी वॉर रूम से मॉनिटरिंग हो रही है.
हमेशा खाकी वर्दी में नजर आने वाली पुलिस अयोध्या में बदली-बदली सी नजर आएगी. वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले 300 पुलिस के जवान पहली बार सूट-बूट में नजर आएंगे. ये जवान वीवीआईपी ड्यूटी के दौरान गहरे नीले रंग का कोट, आसमानी रंग की शर्ट और ग्रे रंग की पैंट पहनेंगे.
बता दें कि 22 जनवरी को अयोध्या में निर्माणधीन मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है. जिसे लेकर राम नगरी में तैयारियां जोरो पर हैं. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत कई राजनेता और गणमान्य लोग शामिल होंगे. इसके साथ ही देशभर से 4000 साधु-संत भी इसमें हिस्सा लेंगे.