पटना: डीजी मैडम की गाली की शिकायत करने वाले सीनियर IPS अधिकारी विकास वैभव को अब नोटिस जारी कर दिया गया है. इस नोटिस में उनसे सोशल मीडिया पर उनके द्वारा की गई पोस्ट को लेकर सवाल किया गया है. उनसे पूछा गया है कि क्या उनका ये पोस्ट IPS सर्विस का उल्लंघन नहीं है? बता दें, विकास वैभव ने एक समाचार चैनल को मौखिक रूप से बताया है कि उन्होंने डिपार्टमेंट से 60 दिन की छुट्टी की मांग की थी. लेकिन उन्हें इस छुट्टी की अनुमति नहीं दी गई.
दूसरी ओर विकास वैभव और होमगार्ड डीजी शोभा अहोतकर विवाद के बारे में जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पुछा गया तो उन्होंने कहा की नियम ट्वीट करना नहीं है. कोई ऑफिसर या कोई नौकरीपेशा है तो उसका काम ट्वीट करना नहीं है. ये सबसे विचित्र बात है क्योंकि आपके पास कोई समस्या है तो उसके लिए विशेष जगह भी है. आप अपनी समस्या के लिए वहां जाकर अपनी शिकायत कीजिए। आपकी परेशानी पर तुरंत रिस्पांस होता है। लेकिन, यह सबसे विचित्र बात है। इन सब मामलों में सार्वजनिक तौर पर ट्वीट हो रहा है। यह गलत है और इन तमाम माँ,लोन की जांच करवाई जाएगी.
9 फरवरी देर शाम को होमगार्ड एंड फायर सर्विस डीजी की तरफ से यह नोटिस जारी किया गया है. नोटिस के अनुसार वैभव विकास को 24 घंटे के अंदर देना होगा। बता दें, होमगार्ड एंड फायर सर्विस के आईजी वैभव विकास ने एक ट्वीट किया गया. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि, ‘डीजी मैडम से गालियां सुन रहा हूं।’
उनके इस ट्वीट के लिए जो नोटिस जारी किया गया है उसमें स्पष्टीकरण मांगते हुए लिखा गया है कि आपने वरीय पदाधिकारी पर बेबुनियाद आरोप लगाकर उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है. अखिल भारतीय सेवा संघ आचार नियमावली के खिलाफ आपने यह काम किया है. इतना ही नहीं IPS ने अपनी फेसबुक पोस्ट में भी इस बात का ज़िक्र किया.
उन्होंने फेसबुक पर किए गए पोस्ट में लिखा, ‘सबसे अधिक दुख तब हुआ जब नौवीं कक्षा की अनुभूति के पश्चात पुनः बिहारी बोलकर इसलिए गाली दिया गया, क्योंकि उनका मानना है कि बिहार के मुख्यमंत्री ने उन्हें डीजी के लिए योग्य नहीं माना और नहीं चुना और चुकी डीजी बनने के लिए उनके द्वारा होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज के लिए कार्य किया जा रहा था। परंतु निराशा में भी ऐसी पराकाष्ठा हुई कि वचनों पर ही नियंत्रण नहीं रहा। सच में द्रवित हूं। महाराष्ट्र के अनेक महापुरुष मेरे आदर्श हैं छत्रपति शिवाजी तथा स्वतंत्र वीर प्रेरणा है। यात्रीमन गतिमान है….। ओम।’
गौरतलब है कि बिहार होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज की डीजी शोभा ओहोतकर हैं. वो बिहार डीजीपी बनने की रेस में शामिल थीं, लेकिन अंत में वह इस रेस से बाहर हो गईं. अब खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस विवाद को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं.
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