लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि अगर पांच सौ वर्षों के बाद राम जन्मभूमि वापस ली जा सकती है, तो ऐसा कोई कारण नहीं कि हम ‘सिंधु’ (सिंध प्रांत) वापस न ले सकें। सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया के यूथ विंग द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सिंधी अधिवेशन को संबोधित […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि अगर पांच सौ वर्षों के बाद राम जन्मभूमि वापस ली जा सकती है, तो ऐसा कोई कारण नहीं कि हम ‘सिंधु’ (सिंध प्रांत) वापस न ले सकें। सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया के यूथ विंग द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सिंधी अधिवेशन को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 500 वर्षों के बाद अयोध्या में भगवान रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि जनवरी में पीएम द्वारा रामलला अपने मंदिर में फिर से विराजमान किए जाएंगे।
सीएम योगी ने उम्मीद जताते हुए कहा कि अगर राम जन्मभूमि के लिए कुछ किया जा सकता है और पांच सौ वर्षों के बाद राम जन्मभूमि वापस ली जा सकती है, तो ऐसा कोई कारण नहीं कि हम सिंधु (जो की अब पाकिस्तान में है) वापस न ले सकें। आजादी मिलने के बाद बंटवारे का दर्द बयां करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1947 जैसी त्रासदी दोबारा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि सिर्फ एक व्यक्ति की जिद के कारण देश को विभाजन की त्रासदी से गुजरना पड़ा। उन्होंने आगे कहा देश के विभाजन के कारण लाखों लोगों का कत्लेआम हुआ।सीएम योगी ने कहा कि सिंधी समाज ने उस दर्द को सबसे अधिक सहा है, उन्हें अपने मातृभूमि को छोड़ना पड़ा।
सीएम योगी ने कहा कि आज भी आतंकवाद के रूप में हमें विभाजन की त्रासदी के दंश को झेलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कोई भी सभ्य समाज आतंकवाद, उग्रवाद या किसी भी तरह की अराजकता को कभी मान्यता नहीं दे सकता। उन्होंने कहा कि अगर हमें मानवता के कल्याण के मार्ग पर आगे बढ़ना है, तो समाज की दुष्प्रवृत्तियों को खत्म करना होगा।