मुंबई, शिवसेना भवन में शनिवार को हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा एकनाथ शिंदे पर तंज करते हुए कहा, “नाथ थे लेकिन अब वे दास हो गए हैं.” इतना ही नहीं सीएम उद्धव ठाकरे ने आगे एकनाथ को चुनौती देते हुए कहा, “शिंदे में हिम्मत है तो वे अपने पिता के […]
मुंबई, शिवसेना भवन में शनिवार को हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा एकनाथ शिंदे पर तंज करते हुए कहा, “नाथ थे लेकिन अब वे दास हो गए हैं.” इतना ही नहीं सीएम उद्धव ठाकरे ने आगे एकनाथ को चुनौती देते हुए कहा, “शिंदे में हिम्मत है तो वे अपने पिता के नाम पर वोट मांगकर दिखाएं.” राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान तीन प्रस्तावों पर मुख्य रूप से चर्चा हुई है. वो प्रस्ताव हैं-
1- उद्धव ठाकरे पर भरोसा
2- बागियों पर एक्शन, उद्धव लेंगे फैसला
3- मराठी अस्मिता और हिंदुत्व पर कायम
इसी कड़ी में बैठक के बाद डिप्टी स्पीकर ने शिंदे गुट को बैठक में न उपस्थित होने के संबंध में चिट्ठी भेजी है. उन्होंने इस चिट्ठी का जवाब लिखित में महज दो दिनों के अंदर माँगा है. इस चिट्ठी में 16 बागी विधायकों समेत एकनाथ शिंदे का नाम भी है. जहां इस पत्र पर जवाब सोमवार की शाम पांच बजे तक माँगा गया है.
इतना ही नहीं, शनिवार को हुई बैठक में फैसला लिया गया है कि बालासाहब के नाम का दुरुपयोग न हो, इस लिए शिवसेना चुनाव आयोग का रूख करेगी. बता दें कि शनिवार को ही दोपहर बाद खबर आई थी कि गुवाहाटी में मौजूद एकनाथ शिंदे ने बागी विधायकों के साथ मिलकर नई पार्टी बना ली है जिसका नाम शिवसेना (बालासाहेब) हो सकता है. अब बालासाहेब के नाम को लेकर शिवसेना ने आपत्ति जताई है.
शिवसेना में एकनाथ शिंदे समेत 35 से अधिक विधायकों की हुई बगावत को लेकर आज मुंबई के शिवसेना भवन में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक हो रही है। इस बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, संजय राउत समेत कई बड़े नेता शामिल है। इसी दौरान सीएम उद्धव ने बागी नेता एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि शिंदे पहले नाथ थे लेकिन अब दास बन गए है।
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